जाकिर नाइक को भारत में लाने के सभी उपाय करेंगेः विदेश मंत्रालय

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 24-03-2023
जाकिर नाइक को भारत में लाने के सभी उपाय करेंगेः विदेश मंत्रालय
जाकिर नाइक को भारत में लाने के सभी उपाय करेंगेः विदेश मंत्रालय

 

 

नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को दोहराया कि वह टीवी प्रचारक जाकिर नाइक को वापस लाने और उन्हें भारत में न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगा. साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने नाइक की ओमान यात्रा की रिपोर्ट और क्या भारत के देश के साथ कोई प्रत्यर्पण व्यवस्था है, इस सवाल पर कहा, ‘‘हम भारत में उसे न्याय का सामना करने के लिए लाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करना जारी रखेंगे.’’

जाकिर नाइक 2016 में नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भारत से भाग गया था. उसी वर्ष, भारत की आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने उनके खिलाफ धार्मिक घृणा और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की. जाकिर नाइक भारत में कई मामलों में आरोपी है. वह न्यायालय से भगोड़ा है. बागची ने कहा, हमने ओमान सरकार और ओमान के अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाया है.

नाइक कथित तौर पर 27 मार्च को ओमान में होगा. उपदेशक के प्रत्यर्पण पर एक स्पष्ट सवाल के जवाब में, बागची ने कहा कि अगर भारत की ओमान के साथ प्रत्यर्पण संधि है, तो उन्हें अनुसमर्थित सूची के साथ पुष्टि करने की आवश्यकता है. जहां तक प्रत्यर्पण का सवाल है, मैं इसकी जांच करूंगा. मुझे लगता है कि जिन देशों के साथ हमारी प्रत्यर्पण संधि है, उनकी सूची पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में है. ओमान सूची में नहीं है. हालांकि, मुझे पुनः पुष्टि करने की आवश्यकता है.

नाइक ने हाल ही में कुछ रिपोर्टों के बाद सुर्खियां बटोरीं, नवंबर 2022 में, सुझाव दिया कि कतर ने उन्हें फीफा विश्व कप में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया था. हालांकि, देश ने बाद में दावों का खंडन करते हुए कहा कि नाइक को ऐसा कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया था.

एक बहुप्रचारित मुस्लिम उपदेशक, नाइक 2016 में भारत से मलेशिया चला गया और कथित तौर पर वहां स्थायी निवास प्राप्त कर लिया. नाइक भारत में वांछित व्यक्ति है और उस पर नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित कर दिया था. नाइक पर नफरत और वैमनस्य को बढ़ावा देने का आरोप है. और उनके भाषणों को आपत्तिजनक के रूप में देखा जाता है, क्योंकि वह धर्मांतरण और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले ज्ञात आतंकवादियों का गुणगान करते रहे हैं.

 

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