मैट्रिक टॉपर रुमान अशरफ का सपना, सेना में बनेंगे अफसर

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 11 Months ago
अपने पिता के साथ रुमान अशरफ
अपने पिता के साथ रुमान अशरफ

 

सेराज अनवर / पटना

यह हौसलों की उड़ान है. एक सप्ताह के अंदर दो-दो बड़ी सफलता. कामयाबी भी ऐसी, जिस पर कौम नाज कर रही है. बिहार में मुस्लिम लड़के और लड़कियों ने इंटरमीडिएट से लेकर मैट्रिक बोर्ड के इम्तिहान में में अपना दबदबा इस कद्र बढ़ाया है कि वे समुदाय के अन्य बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत बन गये हैं. इंटरमीडिएट आर्ट्स में अररिया की मोहद्दसा ने टॉपर का तमगा प्राप्त किया था. अब मैट्रिक में शेखपुरा के रुमान अशरफ ने टॉप कर समुदाय गौरवान्वित किया है. इनके पिता शिक्षक हैं. शिक्षक के बेटे रूमान का आज हौसला इतना बुलंद है कि सेना में अफसर बनने की चाहत रखता है. उसका सपना है एनडीए पास करके देश सेवा करने की.

 

रुमान अशरफ के पिता नजीबुर रहमान शेखपुरा शहरी क्षेत्र के अहियापुर स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं. रुमान का मूल घर जिला के चेवाड़ा थाना के चकंदरा गांव हैं. रुमान मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. वे इस्लामिया उच्च विद्यालय के छात्र हैं. इस्लामिया उच्च विद्यालय के सचिव शमवील हैदर बताते हैं कि मध्यम वर्गीय परिवार से होने के बावजूद रूमान पढ़ने में तेज था. उन्हों ने न सिर्फ शेखपुरा बल्कि स्कूल का भी नाम रौशन किया है. इसके लिए उसे ढेरों बधाई और उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं.

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गौरतलब है कि राज्य में 489 अंक लाकर रुमान अशरफ ने टॉप किया है. रुमान कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी में स्कूल टीचर के साथ-साथ घर में माता-पिता का भी सहयोग मिला. रुमान कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी के लिए रोज घर में 5 से 6 घंटे सेल्फ स्टडी की, जो स्वयं से समझ में नहीं आता, उसके लिए इंटरनेट मीडिया का उपयोग करते. रुमान ने दूसरे विद्यार्थियों को भी सफलता के लिए मन से पढ़ाई करने की सलाह दी है.

देश सेवा का जज्बा

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रुमान भारतीय सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं. इसके लिए वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की परीक्षा क्रैक करने का जज्बा रखते हैं. रुमान का पसंदीदा विषय समाजशास्त्र है. सेना में जाने की इच्छा को लेकर कहते हैं कि कुछ बनकर देश सेवा करना ही उनका सबसे बड़ा सपना है. देश सेवा के लिए सेना से बढ़कर कोई क्षेत्र नहीं हो सकता है. रुमान बताते हैं कि पढ़ाई में सेल्फ स्टडी बहुत बड़ा हथियार है और हमने यही हथियार अपनाकर यह सफलता पाई. परीक्षा की तैयारी में कुछ विषयों की ट्यूशन भी ली, लेकिन अधिक समय घर पर रहकर सेल्फ स्टडी में दिया

रुमान के 97.8 प्रतिशत (489) अंक

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इस बार टॉप-10 में कुल 90 स्टूडेंट शामिल हैं. इसमें 33 लड़कियां हैं. टॉपर मोहम्मद रुम्मान अशरफ को 97.8 प्रतिशत (489) अंक मिले हैं .जबकि सेकंड टॉपर नम्रता और ज्ञानी अनुपमा को 97.2 प्रतिशत (486) अंक मिले हैं. सिर्फ 37 दिन में 16 लाख छात्रों का रिजल्ट जारी किया गया है. इसके लिए टॉपर्स का फिजिकल वैरिफिकेशन पहले ही हो चुका है. इस परीक्षा में कुल 4 लाख 73 हजार 615 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन से पास हुए हैं. 5 लाख 11 हजार 623 स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीजन से और 2 लाख 99 हजार 518 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं.

 

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