इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने कहा है कि देश में लोकतंत्र ‘सर्वकालिक निचले स्तर’ पर है. पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने रविवार को स्काई न्यूज से बात करते हुए कहा, ‘‘लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर है. हमारी एकमात्र उम्मीद न्यायपालिका है.’’ उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन सरकार चुनावों से भयभीत’ थी और चुनावों में उनकी पार्टी द्वारा ‘सफाया’ किए जाने का डर था.
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए उन्होंने फैसला किया है कि चुनाव की अनुमति देने का एकमात्र तरीका यह है कि अगर मैं जेल के अंदर रहूं या मारा गया जाऊं. मुझ पर दो प्रयास हुए हैं.’’ खान ने कहा कि जब वह बाहर थे, तब उनके घर पर भी छापा मारा गया था.
9 मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के परिसर से उनकी गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा हिंसा के बारे में पूछे जाने पर पूर्व प्रधानमंत्री ने ‘सभी हिंसा’ की निंदा की. पूर्व प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट से 9 मई की हिंसा की जांच शुरू करने का आग्रह किया, जो अल-कादिर ट्रस्ट मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद सामने आई थी.
पीटीआई प्रमुख ने उनसे अपने घरों से बाहर आने और रविवार को शाम 5.30 बजे से 6.30 बजे तक अपने पड़ोस में इकट्ठा होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा कई मामलों में जमानत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने उन्हें इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) परिसर से बाहर जाने से रोक दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस मुझे अदालत कक्ष के बाहर एमपीओ सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने, के तहत गिरफ्तार करना चाहती थी.’’ खान ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि उनके समर्थकों ने 27 साल के संघर्ष के दौरान हमेशा शांति बनाए रखी. उन्होंने कहा कि वह 25 मई को कभी नहीं भूल सकते, जब राज्य ने पीटीआई समर्थकों और कार्यकर्ताओं पर हिंसा की थी.