Muslim women influencers dominate Instagram: A symbol of identity, inspiration and progress
अर्सला खान/नई दिल्ली
इंस्टाग्राम जैसे ग्लोबल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मुस्लिम इंफ्लुएंसर्स की तेजी से बढ़ती उपस्थिति ने न सिर्फ रचनात्मकता की नई मिसाल पेश की है, बल्कि हिजाब, आध्यात्मिकता और आत्म-स्वीकृति के इर्द-गिर्द नई परिभाषाएं भी रची हैं। ये महिलाएं अब न केवल अपने समुदाय की आवाज़ बन चुकी हैं, बल्कि दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा दे रही हैं.
हिजाबी फैशन से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक
मुंबई की Ramsha Sultan को भारत की पहली हिजाबी ब्यूटी इंफ्लुएंसर कहा जाता है. उन्होंने स्किनकेयर और आत्म-सम्मान से जुड़ी बातें साझा कर 1.3 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स बनाए हैं. उनका इंस्टाग्राम कंटेंट मुस्लिम युवतियों को आत्मविश्वास के साथ सामने आने की प्रेरणा देता है.
वहीं दिल्ली की Anah Shaikh ने माडेस्ट फैशन को नए अंदाज़ में पेश कर हिजाब पहनने वाली लड़कियों के लिए नए ट्रेंड स्थापित किए हैं. वे स्किन सेफ मेकअप और हल्के रंगों के मिश्रण से अपनी एक अलग पहचान बना चुकी हैं.
इसी तरह मुंबई की Labya Ahmad ने सोशल मीडिया पर मानसिक स्वास्थ्य, आंतरिक सुंदरता और सादगी भरे जीवन को लेकर जागरूकता बढ़ाई है.
नई पहचान, नया मंच
इन सभी इन्फ्लुएंसर्स ने यह साबित कर दिया है कि मुस्लिम पहचान अब केवल धार्मिक दायरे में सीमित नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और सामाजिक शक्ति बन चुकी है. हिजाब अब रुकावट नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति का प्रतीक है और इंस्टाग्राम जैसे मंच इसका सबसे ज़ोरदार माध्यम बनकर उभरा है.
इनमें से कई इन्फ्लुएंसर सामाजिक मुद्दों, मानसिक स्वास्थ्य, आत्म-प्रेम और समानता पर भी सक्रिय रूप से बात कर रही हैं – जो उन्हें सिर्फ सोशल स्टार नहीं, समाज का आइना भी बनाता है.
मुस्लिम इन्फ्लुएंसर्स का यह उभार ना केवल एक डिजिटल क्रांति है, बल्कि समावेशिता, प्रेरणा और प्रगतिशीलता का प्रतीक भी है. अब वक्त आ गया है कि हम इन्हें सिर्फ ‘कंटेंट क्रिएटर’ नहीं, बल्कि समाज की आवाज़ मानें...