एक स्टॉल से ब्रांड तक: 'आलम बिरयानी' की जायकेदार कहानी

Story by  अर्सला खान | Published by  [email protected] | Date 29-07-2025
Alam Biryani House: Spreading the fragrance of taste from Jamia to Shaheen Bagh
Alam Biryani House: Spreading the fragrance of taste from Jamia to Shaheen Bagh

 

अर्सला खान/नई दिल्ली 

जामिया नगर, अबुल फ़ज़ल एन्क्लेव, शाहीन बाग, जसोला विहार और मौलाना आज़ाद रोड जैसे इलाकों में अगर बिरयानी की बात हो और "आलम बिरयानी हाउस" का ज़िक्र न हो, तो बात अधूरी ही रह जाती है. पिछले लगभग 12 सालों से यह दुकान न सिर्फ बिरयानी बेच रही है, बल्कि एक स्वाद की पहचान बन चुकी है.
 
लम बिरयानी हाउस की शुरुआत साल 2012 में एक छोटे से स्टॉल के तौर पर जामिया नगर में हुई थी. धीरे-धीरे इसके स्वाद और खुशबू ने लोगों को इस कदर दीवाना बना दिया कि अब यह नाम सिर्फ एक दुकान नहीं, बल्कि एक ब्रांड बन चुका है.
 
मालिक अल्ताफ आलम बताते हैं कि शुरू में वह खुद बिरयानी बनाते थे और अपनी बाइक पर डिलीवरी भी करते थे. लेकिन आज उनके पास दर्जनों कर्मचारी हैं और दुकान के अलावा ऑनलाइन ऑर्डर का भी अच्छा-खासा नेटवर्क है.

भीड़ ही गवाह है स्वाद की

चाहे दिन हो या रात, यहां की दुकान पर आपको हमेशा भीड़ मिलेगी. छात्र, स्थानीय निवासी, फैमिलीज़ और ऑफिस जाने वाले लोग – हर कोई इस बिरयानी का दीवाना है. वीकेंड पर तो आलम बिरयानी हाउस के बाहर इतनी भीड़ लगती है कि लोग कुपन लेकर लाइन में खड़े रहते हैं.
 
यहां के नियमित ग्राहक फैज़ान अहमद, जो पास के ओखला विहार से आते हैं, कहते हैं, “दूसरी जगहों पर सिर्फ मसाले होते हैं, लेकिन आलम की बिरयानी में दिल से बना स्वाद होता है. चिकन इतना सॉफ्ट होता है कि हड्डी से अलग करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती.”
 
क्या है खासियत इस बिरयानी की?

दम में पकी बिरयानी – यहां बिरयानी को कोयले के धीमे ताप पर दम देकर तैयार किया जाता है, जिससे उसका हर दाना खुशबू और मसालों से भर जाता है.
घरेलू मसाले – यह बिरयानी किसी फैक्ट्री में बने रेडीमेड मसालों से नहीं बनती. हर मसाले को घर में कूटकर, पीसकर इस्तेमाल किया जाता है.
सरसों के तेल की महक – खाने वाले अक्सर कहते हैं कि पहले निवाले में ही एक अलग खुशबू आती है, जो सरसों के तेल से आती है. यही बात इसे दूसरी बिर्यानी से
अलग बनाती है.
अलग-अलग वेरायटी – चिकन, मटन और एग बिरयानी के साथ-साथ यहां स्पेशल नज़ाकत बिरयानी भी मिलती है, जिसमें काजू, किशमिश और केसर डले होते हैं.
 
खास चिकन दम बिरयानी की रेसिपी – आलम स्टाइल
(यह रेसिपी उसी स्टाइल की है, जिसमें आलम बिरयानी हाउस अपनी बिरयानी बनाता है.)
 
सामग्री (5 लोगों के लिए):
बासमती चावल – 500 ग्राम
चिकन – 750 ग्राम (साफ़ किया हुआ)
दही – 1 कप
प्याज – 3 बारीक कटे और फ्राई किए हुए
अदरक-लहसुन का पेस्ट – 2 टेबल स्पून
नींबू का रस – 2 टेबल स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1 टेबल स्पून
हल्दी – आधा टी स्पून
गरम मसाला – 1 टी स्पून
बिरयानी मसाला – 2 टेबल स्पून
हरा धनिया और पुदीना – एक-एक मुट्ठी
घी – 3 टेबल स्पून
सरसों का तेल – 2 टेबल स्पून
केसर – 1 चुटकी (गर्म दूध में भिगोया हुआ)
नमक – स्वादानुसार
तेजपत्ता, दालचीनी, लौंग – कुछ साबुत मसाले
 
विधि:

चिकन को दही, अदरक-लहसुन पेस्ट, नींबू, लाल मिर्च, हल्दी, बिरयानी मसाले और फ्राइड प्याज़ के साथ कम से कम 2 घंटे मेरिनेट करें.
चावल को उबाल लें लेकिन पूरी तरह नहीं, सिर्फ 70% तक पकाएं.
एक भारी तले के बर्तन में थोड़ा घी और तेल डालकर मेरिनेट किया चिकन डालें और 10 मिनट तक भूनें.
अब उसके ऊपर आधे चावल बिछाएं, फिर हरा धनिया, पुदीना और केसर वाला दूध डालें. 
फिर बाकी चावल डालें और ऊपर से थोड़ा घी टपकाएं.बर्तन को ढक्कन से बंद करें और उसके किनारों को आटे से सील कर दें.
अब इसे धीमी आंच पर दम पर रखें – पहले 10 मिनट तेज़ आंच पर, फिर 20-25 मिनट धीमी आंच पर पकाएं.तैयार बिरयानी को ध्यान से खोलें और गर्मागर्म रायते के साथ परोसें.
 
कहां-कहां हैं आलम बिरयानी हाउस की शाखाएं?

जामिया नगर मुख्य रोड – जामिया मेट्रो स्टेशन के पास
अबुल फ़ज़ल एन्क्लेव, गेट नंबर 2 के पास
शाहीन बाग, खालिद मस्जिद के सामने
जसोला विहार, मदरसा रोड के किनारे
मौलाना आज़ाद रोड, बाटला हाउस चौक के पास
 
 
जो लोग असली देसी दम बिरयानी के शौकीन हैं, उनके लिए आलम बिरयानी हाउस सिर्फ एक रेस्टोरेंट नहीं, बल्कि दिल का ठिकाना बन चुका है. अगर आप भी बिरयानी के दीवाने हैं, तो अगली बार जामिया या शाहीन बाग जाएं, और वहां की महक से खुद को रोक न पाएं.