Village head Aslam Khan's high-tech secretariat set an example, CM Yogi praised him
अर्सला खान /नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ ज़िले के मिर्जापुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली बीनापारा ग्राम पंचायत इन दिनों चर्चा में है. वजह है यहां का पंचायत सचिवालय, जो न सिर्फ़ हाईटेक है बल्कि सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है. ग्राम प्रधान असलम खान के नेतृत्व में तैयार हुए इस सचिवालय ने ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है. 21 लाख 78 हज़ार रुपये के बजट से विकसित यह भवन तकनीकी रूप से सुसज्जित है और ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस सचिवालय
बीनापारा पंचायत सचिवालय में वह सब कुछ मौजूद है जो अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में केवल सपना माना जाता था. यहां कम्प्यूटर, इंटरनेट कनेक्टिविटी, सीसीटीवी निगरानी, डिजिटल रिकॉर्ड रखने की सुविधा, आधुनिक फर्नीचर, और आरामदायक बैठक व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है. सचिवालय में पंचायत से जुड़ी सभी जानकारियों को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर रखा गया है, जिससे पारदर्शिता और कामकाज की गति दोनों में सुधार हुआ है.
ग्राम प्रधान असलम खान ने इस परियोजना के पीछे की सोच बताते हुए कहा, “हमने सोचा कि अगर शहरों की तरह गांव में भी लोगों को प्रशासनिक और विकास संबंधी कार्यों के लिए बेहतर वातावरण और तकनीकी सुविधाएं मिलें, तो वे न केवल तेजी से पूरे होंगे बल्कि लोगों का सरकारी तंत्र पर भरोसा भी बढ़ेगा.”
बजट का पारदर्शी और प्रभावी उपयोग
21 लाख 78 हज़ार रुपये के बजट का इस्तेमाल पूरी तरह पारदर्शी तरीके से किया गया। भवन निर्माण से लेकर उपकरणों की खरीद और इंटीरियर तक, हर चीज़ की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया. स्थानीय मजदूरों और कारीगरों को प्राथमिकता देकर निर्माण कार्य करवाया गया, जिससे न केवल गांव को एक आधुनिक सचिवालय मिला बल्कि ग्रामीणों को रोजगार के अवसर भी मिले.
सचिवालय के भीतर एक डिजिटल हेल्प डेस्क भी बनाई गई है, जहां ग्रामीण अपने आवेदन, शिकायत और दस्तावेज़ सीधे कम्प्यूटर पर दर्ज करा सकते हैं. इससे भ्रष्टाचार की संभावना कम हुई है और कामकाज में समय की बचत हो रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीनापारा ग्राम पंचायत के इस प्रयास की खुलकर सराहना की है. एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “ग्राम प्रधान असलम खान ने यह दिखा दिया है कि अगर इच्छाशक्ति और पारदर्शिता हो, तो सीमित संसाधनों में भी ग्रामीण विकास के बड़े उदाहरण पेश किए जा सकते हैं। बीनापारा का यह हाईटेक सचिवालय पूरे प्रदेश की ग्राम पंचायतों के लिए प्रेरणा है.
सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में हर ग्राम पंचायत को तकनीकी सुविधाओं से जोड़ा जाए, ताकि ग्रामीण जनता को उनके अधिकार और सेवाएं समय पर मिल सकें.
गांव वालों की प्रतिक्रिया
गांव के बुजुर्गों से लेकर युवा तक, हर कोई इस नए सचिवालय को लेकर गर्व महसूस कर रहा है. स्थानीय निवासी रमेश यादव ने बताया, “पहले हमें छोटे-छोटे कामों के लिए ब्लॉक दफ़्तर या शहर जाना पड़ता था, लेकिन अब सचिवालय में ही हमारे सारे कागज़ी काम निपट जाते हैं.” वहीं, स्कूल की छात्रा पूजा कुमारी ने कहा, “यहां कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा मिलने से हमें भी तकनीक सीखने का मौका मिलेगा.”
विकास की दिशा में बड़ा कदम
बीनापारा का यह हाईटेक सचिवालय सिर्फ़ एक इमारत नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास की सोच में आए बदलाव का प्रतीक है. डिजिटल रिकॉर्ड और ऑनलाइन सेवाओं के ज़रिए पंचायत के कामकाज में पारदर्शिता आई है, जिससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है. इसके अलावा, सचिवालय में बैठक कक्ष और प्रशिक्षण केंद्र भी बनाया गया है, जहां किसान, महिलाएं और युवा अपनी आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण ले सकते हैं.
इस पहल से यह साबित होता है कि ग्रामीण विकास केवल बड़े बजट से नहीं, बल्कि सही योजना, तकनीक के उपयोग और नेतृत्व की नीयत से संभव है. ग्राम प्रधान असलम खान ने दिखा दिया है कि गांव में भी स्मार्ट और आधुनिक प्रशासनिक व्यवस्था बनाई जा सकती है, जिससे गांव के लोगों को अपने ही क्षेत्र में शहर जैसी सुविधाएं मिल सकें.
बीनापारा ग्राम पंचायत का हाईटेक सचिवालय आने वाले वर्षों में न सिर्फ़ आज़मगढ़, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की अन्य पंचायतों के लिए रोल मॉडल साबित हो सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मिली सराहना इस परियोजना की सफलता की पुष्टि करती है और यह संदेश देती है कि विकास की असली ताकत गांवों में है. जब गांव आगे बढ़ेंगे, तो प्रदेश और देश का विकास अपने आप तेज़ी से होगा. अगर आप चाहें तो मैं इस आर्टिकल का फोटो-कैप्शन और सोशल मीडिया पोस्ट वाला संस्करण भी तैयार कर सकता हूं ताकि इसे अखबार या ऑनलाइन पोर्टल पर और प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जा सके.