अफगानिस्तानः हेरात प्रांत में दो शिया मौलवियों सहित 6 की मौत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 02-12-2023
Taliban Guards
Taliban Guards

 

काबुल. शुक्रवार को अफगानिस्तान के हेरात प्रांत के जिब्रील जिले में अज्ञात सशस्त्र हमलावरों के हमले में दो शिया मौलवियों सहित कम से कम छह लोग मारे गए. खामा प्रेस के मुताबिक, जब हमला हुआ, तब वे अंजिल हेरात के खोसरौद जिले में एक हजारा मौलवी के स्मारक समारोह से वापस जा रहे थे.

हमला शुक्रवार को दोपहर 2 बजे हेरात के जिब्रील जिले में शहीदन और कुह-ए मेली पड़ोस के पास हुआ, जो शहर के केंद्र से लगभग 10 किलोमीटर दूर है. हमले में जिन मौलवियों को निशाना बनाया गया, उनकी पहचान मोहम्मद तकी सादेघी और मोहम्मद मोहसिन हामिदी के रूप में की गई. उन्हें तब निशाना बनाया गया, जब वे हेरात में एक स्मारक समारोह में भाग ले रहे थे.

खामा प्रेस ने स्थानीय मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि पिछले डेढ़ महीने में हेरात में कम से कम चार हजारा मौलवियों या धार्मिक नेताओं की हत्या कर दी गई है. अफगानिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिवेदक ने पहले घोषणा की थी कि वे हेरात में दो शिया मौलवियों की ‘अत्यंत चिंताजनक’ हत्या की जांच कर रहे हैं.

यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है, जब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय तालिबान के बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघनों से चिंतित है जिसके परिणामस्वरूप अफगानिस्तान में मानवाधिकार की स्थिति खराब हो रही है. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी रिचर्ड बेंट ने घटना की स्वतंत्र जांच कराने और दोषियों को अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के तहत सजा देने का आग्रह किया है. सुरक्षा को लेकर तालिबान की प्रतिज्ञाओं के बावजूद, सुरक्षा चिंताए बढ़ रही हैं, खासकर हजारा समूह के लिए.

अफगान शिया हजारा का हिंसक उत्पीड़न एक सदी से भी अधिक पुराना है, लेकिन तालिबान के तहत अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच गया है. अगस्त 2021 में तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारा पूजा घरों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों को निशाना बनाना भी तेज हो गया है.

 

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