भारत में IPL अनिश्चितकाल के लिए निलंबित
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) प्रबंधन ने एक आपात बैठक में मौजूदा हालात की समीक्षा की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों की चेतावनी और खिलाड़ियों की चिंता के बाद आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है.
धर्मशाला में होने वाला एक मैच अचानक रद्द कर दिया गया, जिससे स्टेडियम में अफरा-तफरी मच गई. खिलाड़ियों को तत्काल होटल लौटने के निर्देश दिए गए. जल्दबाज़ी में टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे की बसों में चढ़ गए, जिससे हालात और अराजक हो गए.
विदेशी खिलाड़ी चिंतित, स्वदेश लौटने की तैयारी
विशेषकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी मौजूदा तनाव को लेकर सबसे अधिक सतर्क नजर आ रहे हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने आधिकारिक बयान में कहा:“हम भारत और पाकिस्तान की स्थिति पर करीबी निगरानी रख रहे हैं और ऑस्ट्रेलियाई सरकार, BCCI, PCB तथा स्थानीय अधिकारियों से नियमित संपर्क में हैं। खिलाड़ियों और स्टाफ की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है.”
सूत्रों के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया के 15खिलाड़ी और 2कोच, जिनमें पैट कमिंस, जस्टिन लैंगर, और रिकी पोंटिंग जैसे बड़े नाम शामिल हैं, भारत में मौजूद हैं. ये सभी खिलाड़ी या तो ऑस्ट्रेलिया लौटने की योजना बना रहे हैं या दुबई की ओर रुख कर सकते हैं.
पाकिस्तान में PSL के मैच UAE स्थानांतरित
पाकिस्तान सुपर लीग (PSL 10) पर भी तनाव का गहरा असर पड़ा है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पुष्टि की है कि लीग के शेष 8मैच अब दुबई में खेले जाएंगे. PCB ने बयान में कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है, और जल्द ही मैचों के नए कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी.
विदेशी खिलाड़ी पाकिस्तान से पहली उपलब्ध उड़ान से दुबई रवाना होने के लिए तैयार हैं. PCB का कहना है कि वह इस महीने के अंत तक हर हाल में लीग को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
क्रिकेट पर संकट की परछाई
भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चला आ रहा राजनीतिक और सैन्य तनाव अब एक बार फिर खेल के मंच तक पहुंच गया है. आम तौर पर यह माना जाता रहा है कि खेल राजनीति से ऊपर होता है, लेकिन हकीकत यह है कि जब राष्ट्रों के बीच तलवारें खिंचती हैं तो क्रिकेट भी उसकी मार से अछूता नहीं रहता.
भारत में आईपीएल जैसे टूर्नामेंट को निलंबित करना न केवल आर्थिक नुकसान है बल्कि विश्व क्रिकेट को भी झटका है, जहां दर्शक, ब्रॉडकास्टर्स और खिलाड़ी सभी इससे प्रभावित होते हैं.
पहलगाम हमले के बाद भारत की निर्णायक सैन्य कार्रवाई और पाकिस्तान के बौखलाए कदमों ने इस क्षेत्र को अस्थिरता की ओर धकेल दिया है. इसका असर अब केवल सीमाओं पर नहीं बल्कि खेल के मैदानों पर भी साफ देखा जा सकता है. क्रिकेट, जो आमतौर पर शांति और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है, अब खुद युद्ध के साये में आ गया है.
क्या आने वाले दिनों में यह तनाव और बढ़ेगा, या अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते हालात सामान्य होंगे—यह समय बताएगा. पर फिलहाल, क्रिकेट के मैदानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है, और खिलाड़ी अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे हैं.