मन की बातः पीएम मोदी ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान और लता दीदी को किया याद

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 26-02-2023
मन की बातः पीएम मोदी ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान और लता दीदी को किया याद
मन की बातः पीएम मोदी ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान और लता दीदी को किया याद

 

नई दिल्ली. अपने 98 वें ‘मन की बात’ संबोधन में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एकता दिवस’ पर विशेष तीन प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा करते हुए कई विषयों को छुआ. पीएम मोदी ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान और लता दीदी के योगदान को भी याद किया.

विजेताओं के नाम की घोषणा करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘दोस्तों, आपको याद होगा कि सरदार पटेल की जयंती यानी ‘एकता दिवस’ पर हमने ‘मन की बात’ में तीन प्रतियोगिताओं की बात की थी. ये प्रतियोगिताएं- गीत - इस दिन देशभक्ति गीत, लोरी और रंगोली का आयोजन किया गया. मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि देश भर के 700 से अधिक जिलों के 5 लाख से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक इन कार्यक्रमों में भाग लिया. बच्चे, वयस्क और यहां तक कि बुजुर्गों ने भी उत्साह से भाग लिया और 20 से अधिक भाषाओं में प्रविष्टियां भेजी गईं. मेरी तरफ से इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को बहुत-बहुत बधाई. आपमें से हर एक, अपने आप में, एक चैंपियन है और एक कला साधक है. आप सभी ने दिखाया है कि आप अपने देश की विविधता और संस्कृति के लिए कितना प्यार करते हैं.’’ दिवंगत सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘दोस्तों, आज इस अवसर पर मुझे लता मंगेशकर जी, लता दीदी की याद आना बहुत स्वाभाविक है. क्योंकि जिस दिन यह प्रतियोगिता शुरू हुई थी, उस दिन लता दीदी ने ट्वीट कर देशवासियों से आग्रह किया था. कि उन्हें इस प्रयास में अवश्य शामिल होना चाहिए.’’

बाद में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का भी जिक्र किया और बताया कि समय के साथ कुछ शास्त्रीय संगीत वाद्ययंत्रों की लोकप्रियता कैसे कम हुई है. उन्होंने जॉयदीप मुखर्जी का भी पालन-पोषण किया, जो एक वादक थे, जिन्हें हाल ही में ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था - संगीत और प्रदर्शन कला के क्षेत्र में उभरते, प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए एक पुरस्कार.

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्यारे देशवासियो, बनारस की बात हो या शहनाई की बात हो या उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जी की बात हो, स्वाभाविक है कि मेरा ध्यान उस ओर जाएगा. अभी कुछ दिन पहले श्उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कारश् से नवाजा गया था. .ये पुरस्कार संगीत और प्रदर्शन कला के क्षेत्र में उभरते हुए, प्रतिभाशाली कलाकारों को दिए गए. ये कला और संगीत की दुनिया की बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ उनकी समृद्धि में भी योगदान दे रहे हैं. इनमें ऐसे कलाकार भी शामिल हैं जिन्होंने इसमें नई जान फूंक दी है. जिनकी लोकप्रियता समय के साथ घटती जा रही थी.’’

उनकी टिप्पणी के बाद एक धुन सुनाई दी, जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘‘क्या आप जानते हैं कि यह कौन सा वाद्य यंत्र है? हो सकता है कि आपको इसकी जानकारी न हो. इस वाद्य मंत्र का नाम -सुरसिंगार’ है और यह धुन जॉयदीप मुखर्जी द्वारा रचित है. जॉयदीप-जी हमारे उभरते हुए, युवा कलाकारों में से एक हैं, जिन्हें उस्ताद बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 50 और 60 के दशक के उत्तरार्ध से इस वाद्य के मधुर स्वरों को सुनना एक दुर्लभ अनुभव बनने लगा था लेकिन, जॉयदीप अब हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरसिंगार को पुनर्स्थापित करने और उसे बनाए रखने में अपना दिल और आत्मा लगा रहे हैं.’’

 

 

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