इस्लामाबाद में अमेरिका-पाकिस्तान की आतंकवाद-रोधी वार्ता

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 13-08-2025
US-Pakistan counter-terrorism talks in Islamabad
US-Pakistan counter-terrorism talks in Islamabad

 

वॉशिंगटन डी.सी./इस्लामाबाद 

अमेरिका और पाकिस्तान ने मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) इस्लामाबाद में अमेरिका-पाकिस्तान आतंकवाद-रोधी वार्ता के ताज़ा दौर का आयोजन किया, जिसमें दोनों देशों ने हर प्रकार के आतंकवाद से लड़ने की साझा प्रतिबद्धता दोहराई।

यह वार्ता संयुक्त राष्ट्र मामलों के लिए पाकिस्तान के विशेष सचिव नबील मुनिर और अमेरिका के विदेश विभाग के कार्यवाहक आतंकवाद-रोधी समन्वयक ग्रेगरी डी. लो गेर्फो की सह-अध्यक्षता में हुई। दोनों देशों द्वारा जारी संयुक्त बयान के अनुसार, बैठक में प्रभावी आतंकवाद-रोधी रणनीतियों के विकास पर जोर दिया गया, खासकर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA), आईएसआईएस-खोरासन और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से उत्पन्न खतरों के संदर्भ में।

अमेरिका ने पाकिस्तान की उन सफलताओं की सराहना की, जिनसे क्षेत्र और विश्व की शांति व सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाले आतंकवादी संगठनों पर काबू पाया गया है। साथ ही, अमेरिका ने पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों—जैसे जाफ़र एक्सप्रेस पर बर्बर हमला और खुज़दार में स्कूल बस पर बमबारी—में मारे गए नागरिकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

संयुक्त बयान में दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने और आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नई तकनीकों के इस्तेमाल को रोकने के लिए मजबूत संस्थागत ढांचे और क्षमताओं का विकास आवश्यक है। साथ ही, दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र सहित बहुपक्षीय मंचों पर मिलकर काम करने का संकल्प भी दोहराया, ताकि आतंकवाद-रोधी प्रयास प्रभावी और टिकाऊ बन सकें।

पाकिस्तान और अमेरिका के बीच लंबे समय से चले आ रहे साझेदारी संबंधों की पुष्टि करते हुए, दोनों पक्षों ने कहा कि सतत और संरचित संवाद आतंकवाद से निपटने तथा शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।

इस बीच, अमेरिकी अधिकारी टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिका के पाकिस्तान और भारत दोनों के साथ संबंध “अपरिवर्तित” हैं, और “अमेरिकी राजनयिक दोनों देशों के प्रति प्रतिबद्ध” हैं। उनका यह बयान पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के फ्लोरिडा में दिए गए उस कथित बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसी अस्तित्वगत खतरे की स्थिति में पाकिस्तान परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर भारत और “आधी दुनिया” को निशाना बना सकता है।

टैमी ब्रूस ने मंगलवार को इस्लामाबाद में हुई अमेरिका-पाकिस्तान आतंकवाद-रोधी वार्ता को रेखांकित करते हुए कहा, “अमेरिका और पाकिस्तान ने हर प्रकार के आतंकवाद से लड़ने की साझा प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों देशों ने आतंकवादी खतरों का मुकाबला करने के लिए सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।”

उन्होंने जोड़ा, “क्षेत्र और दुनिया के लिए, अमेरिका का इन दोनों देशों के साथ मिलकर काम करना अच्छी खबर है और यह एक ऐसे भविष्य को बढ़ावा देगा जो सभी के लिए लाभकारी होगा।”