काहिरा
गाज़ा सिटी के पूर्वी इलाकों में सोमवार रात इज़राइली विमानों और टैंकों ने भारी बमबारी की, जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों और चिकित्सकों के अनुसार, ज़ैतून उपनगर के दो घरों में सात और शहर के केंद्र की एक इमारत में चार लोगों की जान गई। इस बीच, हमास के वरिष्ठ नेता खलील अल-हैय्या काहिरा पहुंचने वाले हैं, जहां वे अमेरिका समर्थित युद्धविराम योजना को पुनर्जीवित करने के प्रयासों पर बातचीत करेंगे। जुलाई के अंत में कतर में हुई अप्रत्यक्ष वार्ता किसी समझौते के बिना समाप्त हो गई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने प्रगति न होने के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया।
इज़राइल ने घोषणा की है कि वह गाज़ा सिटी पर फिर से नियंत्रण करने के लिए नया अभियान चलाएगा—एक ऐसा शहर जो पहले ही मलबे में तब्दील हो चुका है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की योजना के अनुसार यह अभियान अक्टूबर में शुरू हो सकता है, हालांकि सेना के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि इससे बचे हुए बंधकों की जान खतरे में पड़ सकती है और यह सैनिकों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। इस योजना ने न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना बढ़ा दी है, बल्कि गाज़ा सिटी और आसपास के करीब दस लाख बेघर फिलिस्तीनियों के लिए विस्थापन और कठिनाइयों की आशंका भी गहरा दी है।
दक्षिण गाज़ा में भी इज़राइली हमले जारी रहे, जहां खान यूनिस में एक घर पर हवाई हमले में दंपति और उनके बच्चे सहित पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि तटीय मावासी में एक तंबू शिविर पर बमबारी में चार लोग मारे गए। इज़राइली सेना ने कहा है कि वह इन रिपोर्टों की जांच कर रही है और नागरिक हानि को कम करने के लिए सावधानियां बरत रही है।
गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भुखमरी और कुपोषण से पांच और लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे शामिल हैं। युद्ध शुरू होने के बाद से इस कारण मरने वालों की संख्या 227 हो गई है, जिनमें 103 बच्चे हैं, हालांकि इज़राइल इन आंकड़ों को चुनौती देता है।
7 अक्टूबर 2023 को हमास-नेतृत्व वाले हमलावरों ने दक्षिणी इज़राइल पर हमला कर 1,200 लोगों की हत्या की और 251 बंधक बना लिए थे। तब से जारी इज़राइली जमीनी और हवाई अभियान में 61,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जबकि गाज़ा गंभीर मानवीय संकट से जूझ रहा है।
हमास ने वार्ता में लौटने की इच्छा जताई है, लेकिन इज़राइली सेना की वापसी की सीमा और हमास के निरस्त्रीकरण जैसे मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच गहरी खाई बनी हुई है। अरब राजनयिकों के अनुसार, मिस्र और कतर वार्ता को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि इज़राइल की नई गाज़ा सिटी अभियान योजना केवल दबाव की रणनीति भी हो सकती है।