सीबीआई ने 1999 में सऊदी अरब में हुई हत्या के आरोप में व्यक्ति को गिरफ्तार किया

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 16-08-2025
CBI arrests man for 1999 murder in Saudi Arabia
CBI arrests man for 1999 murder in Saudi Arabia

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सऊदी अरब में 1999 में हुई एक हत्या के मामले में 26 साल से अधिक समय से फरार एक आरोपी को इस हफ्ते की शुरुआत में गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
 
मोहम्मद दिलशाद को 11 अगस्त को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह नाम बदलकर और नए पासपोर्ट के साथ मदीना से जेद्दा होते हुए लौटा.
 
अधिकारियों के अनुसार, रियाद में मोटर मैकेनिक और सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने वाले दिलशाद ने 1999 में अपने कार्यस्थल पर एक व्यक्ति की कथित तौर पर हत्या कर दी थी.
 
उन्होंने बताया कि वह सऊदी अरब के अधिकारियों को चकमा देकर भारत भाग आया, जहां उसने फर्जी तरीके से एक नयी पहचान हासिल की और पासपोर्ट बनवा लिया. उन्होंने कहा कि दिलशाद नए पासपोर्ट का इस्तेमाल करके कानून प्रवर्तन एजेंसियों से बचता रहा और वह इस दौरान अक्सर खाड़ी देशों की यात्रा करता रहा.
 
अधिकारियों ने कहा कि सऊदी अरब के अनुरोध पर अप्रैल 2022 में सीबीआई ने फरार आरोपी का पता लगाने और स्थानीय स्तर पर मुकदमा चलाने के लिए मामले को अपने हाथ में लिया.
 
अधिकारियों ने कहा कि संघीय जांच एजेंसी ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में दिलशाद के पैतृक गांव का पता लगाया, जिसके बाद एक लुक-आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया गया। उन्होंने बताया कि हालांकि, यह तरीका कारगर साबित नहीं हुआ क्योंकि एलओसी उसके पुराने दस्तावेजों के आधार पर जारी किया गया था, इसलिए वह अंतरराष्ट्रीय यात्रा करता रहा.
 
सीबीआई की एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जांच के दौरान पता चला कि दिलशाद धोखे से हासिल की गई पहचान के आधार पर कतर, कुवैत और सऊदी अरब की यात्रा करता था.
 
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने कई तकनीकी सुराग और खुफिया जानकारी जुटाई, जिससे नए पासपोर्ट का पता लगाने में मदद मिली और नतीजतन एक नया एलओसी जारी किया गया.
 
उन्होंने बताया कि इस बात से अनजान दिलशाद 11 अगस्त को मदीना से जेद्दा होते हुए इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आसानी से पहुंच गया. उन्होंने बताया कि उसके पहुंचने पर, आव्रजन विभाग ने सीबीआई को सूचित किया और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया.