आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राजस्थान में शनिवार को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. राजधानी जयपुर के प्रमुख मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है.
पुलिस के अनुसार जन्माष्टमी महोत्सव के दौरान जयपुर के प्रसिद्ध गोविंद देव जी मंदिर, गोपीनाथ मंदिर, अक्षय पात्र और मानसरोवर स्थित इस्कॉन मंदिर में विशेष आयोजन होंगे और इन मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों - परकोटा, जगतपुरा और मानसरोवर में भारी भीड़ जुटने के मद्देनजर वाहनों के मार्ग के साथ ही पार्किंग व्यवस्था में भी आवश्यक बदलाव किए गए हैं.
पुलिस के अनुसार शनिवार शाम को सभी प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के पहुंचने की संभावना को देखते हुए पुलिस ने विशेष यातायात प्रबंधन योजना तैयार की है.
जयपुर के ऐतिहासिक गोविंद देवजी मंदिर में सुबह से ही भारी भीड़ देखी गई जहां मंगला दर्शन के लिए तड़के लगभग तीन बजे से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गईं। मंगला दर्शन सुबह साढ़े चार बजे खुले.
गोविंद देव मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया शनिवार रात 12 से 12:30 बजे तक तिथि पूजा और भगवान श्रीकृष्ण का जन्माभिषेक किया जाएगा, अगले दिन 17 अगस्त को नंदोत्सव मनाया जाएगा और शाम साढ़े चार बजे गोविंद देवजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी.
अधिकारियों ने बताया कि दिनभर में लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है. जयपुर के गोपीनाथ, इस्कॉन और अक्षय पात्र मंदिरों सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में भी इसी तरह की भीड़ देखी गई.
जयपुर पुलिस ने तकनीक-आधारित निगरानी के साथ सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. प्रमुख मंदिरों में लगे सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल संदिग्ध तत्वों पर नजर रखने के लिए किया जा रहा है.
पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया, ‘‘प्रमुख स्थानों पर लगाए गए उन्नत सीसीटीवी कैमरों के अलावा, श्रद्धालुओं के वास्ते सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
उन्होंने बताया कि शहर और अन्य जिलों के मंदिरों को उत्सव के लिए फूलों और रोशनी से सजाया गया है, जिसका समापन भगवान कृष्ण के जन्म के अवसर पर मध्य रात्रि में अनुष्ठान के साथ होगा.
उत्तर पश्चिम रेलवे ने जन्माष्टमी के पर्व पर बढ़ती भीड़ और यात्रियों की संख्या को देखते हुए बांदीकुई–जयपुर–बांदीकुई और फुलेरा–रेवाड़ी–फुलेरा के बीच स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा.