आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बृहस्पतिवार को यहां शहर सहकारी समिति के उपरजिस्ट्रार कार्यालय के निरीक्षक को कथित तौर पर 2,75,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों हिरासत में लिया। ब्यूरो ने यह जानकारी दी.
आरोपी ने एक हाउसिंग सोसाइटी के माध्यम से खरीदे गए दो भूखंडों पर लगे स्थगन आदेश हटाने में मदद के बदले शिकायतकर्ता से यह रिश्वत राशि मांगी थी.
एसीबी की टीम ने निरीक्षक को पकड़ने से पहले लगभग 20 किलोमीटर तक उसका पीछा किया.
ब्यूरो की कार्यवाहक महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने एक बयान में बताया कि एसीबी अधिकारियों ने निरीक्षक नारायण वर्मा की गतिविधियों पर नजर रखी और उसे पकड़ने से पहले लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय की. उन्हें अभय कमांड सेंटर से भी सहायता मिली.
उन्होंने बताया कि ब्यूरो के दल ने कार्रवाई के दौरान निरीक्षक का स्कूटर और 2.75 लाख रुपये की रिश्वत राशि जब्त कर ली. शिकायतकर्ता ने शिकायत के सत्यापन के समय ही उसे 74,000 रुपये दे दिए थे. सत्यापन के बाद बृहस्पतिवार को दल ने आरोपी को पकड़ने के लिये जाल बिछाया.
उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.