मुंबई. प्रसिद्ध विद्वान अब्दुल गफूर (ए.जी.) मजीद नूरानी का गुरुवार, 29 अगस्त को 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. पूर्व वकील ने बॉम्बे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट दोनों में वकालत की और संविधान विशेषज्ञ, राजनीतिक टिप्पणीकार और विपुल लेखक के रूप में अपने ज्ञान को साझा किया.
ए.जी. नूरानी ने भू-राजनीति से लेकर इतिहास, संवैधानिक कानून और यहां तक कि धर्म तक कई विषयों पर कई किताबें लिखी हैं. उनकी सबसे चर्चित पुस्तकों में से एक है हैदराबाद का विनाश, जिसमें उन्होंने टिप्पणी की थी कि भारत सरकार हैदराबाद पर कब्जा करने के लिए सेना भेजने से बच सकती थी.
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और महान विद्वान की प्रशंसा की. ओवैसी ने एक्स पर कहा, “मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा, संविधान से लेकर कश्मीर, चीन और यहां तक कि अच्छे भोजन की सराहना करने की कला भी. अल्लाह उन्हें मगफिरत अता करे.”
ये भी पढ़ें : National Sports Day : मोहम्मद अली वारिस, जिसके रग-रग में बसा है कराटे का हुनर