What will be the impact of the US announced tariffs on India on Indian businesses?
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क और जुर्माना लगाने की बुधवार को घोषणा की.
यह शुल्क एक अगस्त से लागू होगा। रूस से कच्चा तेल और सैन्य उपकरण खरीदने पर भारत पर यह अनिर्दिष्ट जुर्माना लगाया गया है.
यह घोषणा चौंकाने वाली है क्योंकि दोनों देश एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। अमेरिकी कदम के प्रभावों को लेकर उठ रहे कुछ सवालों के जवाब इस प्रकार हैं -
प्रश्न. शुल्क क्या हैं?
उत्तर. ये वस्तुओं के आयात पर लगाए गए सीमा शुल्क या आयात शुल्क हैं. आयातक को सरकार को यह शुल्क देना होता है. आम तौर पर, कंपनियां इनका बोझ उपयोगकर्ताओं पर डालती हैं.
प्रश्न: भारत के खिलाफ घोषित शुल्क की दरें क्या हैं?
उत्तर: अमेरिका ने 25 प्रतिशत शुल्क और रूस से कच्चा तेल एवं सैन्य उपकरण खरीदने पर जुर्माना लगाने की घोषणा की है. हालांकि, अमेरिका ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि जुर्माना कितना होगा और यह कैसे लगाया जाएगा। 25 प्रतिशत शुल्क और जुर्माने पर व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) का एक कार्यकारी आदेश शुल्क संरचना को स्पष्ट करेगा.
इसके अलावा 10 प्रतिशत मूल शुल्क पहले से ही भारत के सभी उत्पादों पर लगा है जिसकी घोषणा दो अप्रैल को की गई थी.
वहीं भारत से आने वाले इस्पात व एल्युमीनियम पर 50 प्रतिशत और वाहन व उसके घटकों पर पहले ही 25 प्रतिशत शुल्क लगा है। ये शुल्क भारतीय वस्तुओं पर मौजूदा शुल्क के अतिरिक्त लगाए जाते हैं। उदाहरण के लिए वर्तमान में वस्त्र उद्योग पर छह से नौ प्रतिशत शुल्क लगता है, इसलिए 25 प्रतिशत शुल्क जोड़ने के बाद एक अगस्त से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीय वस्त्र उत्पादों पर 31-34 प्रतिशत शुल्क लगेगा। इस पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
प्रश्न: अमेरिका ने इन शुल्क की घोषणा क्यों की है?
उत्तर: अमेरिका ने आरोप लगाया है कि भारत के साथ उसका व्यापार घाटा काफी अधिक है। उसने भारत को अमेरिकी वस्तुओं पर उच्च शुल्क लगाने का जिम्मेदार भी ठहराया है, जिसके कारण भारतीय बाजार में अमेरिकी निर्यात सीमित हो जाता है.
प्रश्न: भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार कितना है?
उत्तर: वित्त वर्ष 2021-25 के दौरान अमेरिका भारत का सबसे बड़ा वस्तु व्यापार साझेदार था। भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 18 प्रतिशत, आयात में 6.22 प्रतिशत और द्विपक्षीय व्यापार में 10.73 प्रतिशत है। 2024-25 में द्विपक्षीय व्यापार 186 अरब अमेरिकी डॉलर (86.5 अरब अमेरिकी डॉलर निर्यात और 45.3 अरब अमेरिकी डॉलर आयात) तक पहुंच गया.