उत्तर 24 परगना (पश्चिम बंगाल)
वीआईपी रोड, बागुइआटी स्थित एग्जीक्यूटिव पैलेस कॉम्प्लेक्स ने गणेश चतुर्थी 2025 के अवसर पर अपनी अनोखी थीम “वीर गणेशा – रक्षा के देवता” के साथ श्रद्धा और देशभक्ति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।
लगातार पांचवें वर्ष मनाए जा रहे इस उत्सव में कॉम्प्लेक्स ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दर्दनाक हमले ने पूरे देश की आत्मा को झकझोर दिया था।
पंडाल में उस भयावह दिन के दृश्य जीवंत कर दिए गए—
एक महिला का अपने पति को आतंकियों से बचाने के लिए किया गया आर्तनाद,
जान बचाने के लिए भागते निर्दोष नागरिक,
इन चित्रणों ने मानव भावनाओं की गहरी पीड़ा को दर्शाया।
उत्सव का मुख्य आकर्षण था—जीवन-आकार का लड़ाकू विमान मॉडल, जिसने ऑपरेशन सिंदूर की वीरता को दर्शाया। भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को इस ऑपरेशन की शुरुआत की थी, जो 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 लोग शहीद हुए) का जवाब था।
प्रसिद्ध कलाकार दिपंकर पॉल द्वारा निर्मित गणेश प्रतिमा ने करुणा और शक्ति का अद्भुत संगम दिखाया। मूर्ति में माता पार्वती को बाल गणेश को आलिंगन करते हुए दर्शाया गया, जो यह संदेश देती है कि सच्ची रक्षा शक्ति और प्रेम—दोनों के मेल से संभव है।
कॉम्प्लेक्स के सदस्य अमन अग्रवाल ने एएनआई से कहा,“हर साल हम गणेश पूजा को नई थीम के साथ मनाते हैं। इस बार हमारी थीम है ‘वीर गणेशा – रक्षा के देवता’। यह केवल पूजा का हिस्सा नहीं, बल्कि वीरता और बलिदान का संदेश है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमारी सशस्त्र सेनाओं ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया, यही इस थीम का सार है।”
एग्जीक्यूटिव पैलेस अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन, बागुइआटी रेल पुकुर रोड स्थित परिसर में यह उत्सव 27 अगस्त से 30 सितंबर तक आयोजित होगा। यहाँ शहरभर के भक्त और आगंतुक भक्ति, संस्कृति और देशभक्ति का अनूठा संगम अनुभव कर सकेंगे।
गणेश चतुर्थी, दस दिवसीय पर्व है जो हिंदू पंचांग के भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होता है। इसे विनायक चतुर्थी या विनायक चविथि भी कहा जाता है।
पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला यह पर्व कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में भी उत्साह, आस्था और भव्यता के साथ मनाया जाता है। लाखों भक्त पंडालों में जाकर गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।