नई दिल्ली
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तराखंड के रुड़की जिले के झबरेड़ा क्षेत्र की एक मस्जिद में एक इमाम द्वारा सात साल के बच्चे के कथित यौन शोषण की एक मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है।
एनएचआरसी के अनुसार, यह घटना 20 अगस्त, 2025 को हुई जब बच्चा धार्मिक अध्ययन के लिए मस्जिद गया था। आयोग ने बच्चे के अधिकारों के गंभीर उल्लंघन पर चिंता व्यक्त करते हुए, रुड़की के जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया है और दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
22 अगस्त को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि इमाम ने लड़के को जबरन अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुराचार किया और उसे धमकी दी कि यदि वह किसी को बताएगा तो उसे नुकसान पहुंचाएगा। घर लौटने पर बच्चा अपने परिवार को यह बात बताने में सक्षम हुआ, जिसके बाद परिवार मस्जिद जाकर इमाम का सामना करने गया, लेकिन आरोपी पहले ही फरार हो चुका था।
पुलिस ने बाद में भागने की कोशिश करते हुए इमाम को पास के एक गाँव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी 32 वर्ष का है और कई वर्षों से मस्जिद में इमाम के रूप में सेवा दे रहा था तथा बच्चों को धार्मिक शिक्षा देता था। उसके खिलाफ बाल यौन शोषण संरक्षण (POCSO) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है।
आयोग ने पुनः यह स्पष्ट किया है कि बच्चों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों की आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।