लखनऊ में एक रात संगीतकार नौशाद के नाम

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 29-05-2022
लखनऊ में एक रात संगीतकार नौशाद के नाम
लखनऊ में एक रात संगीतकार नौशाद के नाम

 

आवाज द वाॅयस /लखनऊ
 
जब किसी साहित्यकार या कलाकार को सम्मानित किया जाता है, तो न केवल उसका उत्साह बढ़ता है, बल्कि वह भविष्य में बेहतर कला का प्रतिनिधित्व और प्रस्तुत करने में सक्षम होता है.

ये विचार उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लखनऊ के नौशाद संगीत अकादमी में प्रसिद्ध संगीतकार नौशाद को समर्पित एक समारोह में व्यक्त किए.
 
इस समारोह में प्रसिद्ध पत्रकारों और बुद्धिजीवियों हसन कमल, रजा मुराद, प्रो. सबरा हबीब और नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला बृजेश मिश्रा और कुलसुम तल्हा के साथ विज्ञान और फिल्म साहित्य पत्रकारिता और अन्य क्षेत्रों की 17 हस्तियों को नौशाद सम्मान से सम्मानित किया गया. समारोह के प्रारंभ में, प्रसिद्ध लेखक तृनेत्र बाजपेयी द्वारा लिखित, द अनफॉरगेटेबल और हिंदी लिपि में प्रसिद्ध कवि नसीम निकहत द्वारा लिखित पुस्तकों के संग्रह का भी विमोचन किया गया.
 
इस अवसर पर प्रसिद्ध पत्रकार, बुद्धिजीवी और कवि हसन कमल ने नौशाद की कला और उनके व्यक्तित्व के बारे में सार्थक बात की और लोगों को उनकी कला के मूल्य और उनकी असाधारण क्षमता से अवगत कराया.
 
कार्यक्रम के संयोजक अतहर नबी ने इस मौके पर नौशाद की सेवाओं को नमन करते हुए कहा कि कोई भी महान कलाकार अपनी कला के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देता है तो नौशाद आम आदमी बन जाता है. और हम इस प्रक्रिया को जारी रखना चाहते हैं ताकि लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके. नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में आगे आ सकें.
 
इस अवसर पर प्रसिद्ध गायक साहिर लुधियानवी की प्रसिद्ध कविता छाया को भी एक नाटक के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसमें मंच के कलाकारों ने अपनी असाधारण क्षमताओं से लोगों का मनोरंजन किया. कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी एवं नौशाद संगीत विकास समिति द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.