आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
एनडीआरएफ का 51सदस्यीय बचाव दल, जिसमें पांच महिला कर्मी और चार सदस्यीय खोजी कुत्ते शामिल हैं, मंगलवार को तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत अडाना में पहुंच गए.एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि भूकंप प्रभावित देश के अडाना हवाईअड्डे आज तड़के टीम पहुंच गई, जबकि 50अन्य सदस्यों की दूसरी टीम रास्ते में है.
दोनों टीमों के तुर्की पहुंचने के बाद कोलकाता के एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के कमांडिंग अॉफिसर गुरमिंदर सिंह के नेतृत्व में 101बचावकर्मियों का दल तुर्की में भारतीय दूतावास और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार समन्वित तरीके से अभियान शुरू करेगा.
बता दें कि 6फरवरी को तुर्की और सीरिया में रिक्टर पैमाने पर 7.8तीव्रता का भीषण भूकंप आया था. इसके बाद उच्च तीव्रता के झटकों की एक पूरी श्रृंखला आई, जिसके कारण घर और ऊंची इमारतें मलबे में तब्दील हो गए. इस दौरान 4,000से अधिक लोग मारे गए. इनमें पुरुष, महिला और बच्च शामिल है. बताया गया कि
मृतकों की संख्या 10हजार तक पहुंच सकती है.एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा, भारत सरकार ने संकट के इस समय में तुर्की को हर संभव मदद देने का फैसला किया है.1988बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी ने कहा कि एनडीआरएफ को दो टीमों को तैनात करने के लिए कहा गया है.
उन्होंने बताया, भारतीय वायु सेना के विमान में आज सुबह 3बजे पांच महिला कर्मियों सहित 51बचाव दल के साथ एक टीम तुर्की रवाना हुई, जो अब पहुंच गई है. साढ़े सात घंटे की उड़ान के बाद वे सुबह लगभग 10.30बजे उतरे तुर्की पहुंचे.
करवाल ने कहा, तुर्की में अडाना हवाईअड्डा आपदा स्थल के करीब है.दूसरी टीम भी भारतीय वायु सेना के विमान से सुबह 11बजे रवाना हो गई.करवाल ने कहा, एनडीआरएफ दोनों टीमों के साथ कुछ वाहन भी भेज रहा है. हमें बताया गया कि स्थानीय अधिकारियों के लिए वाहन उपलब्ध करना असंभव हो सकता है. इसलिए हम अपने कर्मियों को वाहनों के साथ भेज रहे हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या 101सदस्यीय चालक दल में कोई पैरामेडिक्स या स्वास्थ्य विशेषज्ञ है, एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा, एक डॉक्टर है जो टीम और बचाव दल की देखभाल के लिए जा रहा है. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ के सभी बचावकर्मी प्रभावितों को अस्पताल भेजने से पहले प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के लिए मेडिकल फर्स्ट रेस्पोंडर प्रशिक्षित हैं.