आवाज द वॉयस /गाजियाबाद
एक दिन पहले सीरिया और तुर्की में आए भूकंप के बाद मौतों का आंकड़ा 10हजार के पार जा सकता है. भूकंप ने तुर्की में इस कदर तबाही मचाई है कि वहां अभी तक पूरी तरह बचाव कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है. ऐसे में वसुधैव कुमकुम की भावना के मंत्र के साथ भारत के एनडीआरएफ का पहला बचाव दल खोजी कुत्तों के साथ तुर्की रवाना हो गया, जबकि दूसरा जाने की तैयारी में है.
विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों की एक टीम गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से बचाव कार्यों के लिए तुर्की रवाना हुई.सोमवार को आए भूकंप के झटकों के बाद भारत ने तुर्की में एनडीआरएफ की टीम भेजी है.एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट, दीपक तलवार, जो भारत से तुर्की के लिए पहली एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, ने बताया, टीम में 47एनडीआरएफ कर्मी और तीन वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं. संयुक्त राष्ट्र के निर्देशानुसार तुर्की में बचाव कार्य करेंगे.
उन्होंने कहा, हमें दो टीमों के लिए ऑर्डर मिला है. दूसरी टीम भी जल्द रवाना होगी. भारत सरकार के अनुसार आपदा प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाई जाएगी.तलवार ने कहा, एनडीआरएफ द्वारा निर्धारित संरचना के अनुसार टीम जा रही है. चिकित्सा सहायता भी दी जाएगी. टीम के साथ पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद है.
— ANI (@ANI) February 7, 2023
मोहसिन शहीदी, डीआईजी, ऑपरेशन एंड ट्रेनिंग एनडीआरएफ ने कहा, भारत सरकार ने एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत) संचालन के एक उपाय के रूप में टीम भेजने का निर्णय लिया है.एनडीआरएफ की दो टीमें तुर्की जाएंगी.
उन्होंने आगे कहा, हमारी टीम बचाव और राहत कार्यों के संचालन में मदद करेगी . एनडीआरएफ की दो टीमों में लगभग 101कर्मी हैं, जिनमें से एक गाजियाबाद से एनडीआरएफ की आठ बटालियन और कोलकाता से एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन की टीम है.
इस बीच, विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा, भारत की मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) क्षमताएं कार्रवाई में हैं. भूकंप राहत सामग्री का पहला जत्था विशेष रूप से प्रशिक्षित एनडीआरएफ खोजी और बचाव दल के साथ तुर्की रवाना हो चुका है . टीम के साथ डॉग स्क्वायड, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन और अन्य आवश्यक उपकरण हैं.
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) February 6, 2023
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से बताया गया कि एक आवश्यक बैठक के बाद निर्णय लिया गया कि एनडीआरएफ की खोजी और बचाव टीम राहत सामग्री के साथ चिकित्सा दल तुर्की सरकार के साथ समन्वय में तुरंत भेजे जाएं.
पीएमओ ने कहा, आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिकल के साथ मेडिकल टीमें भी तैयार हैं. तुर्की सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी. प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा के लिए साउथ ब्लॉक में बैठक की.
— ANI (@ANI) February 7, 2023
तुर्की और सीरिया में सोमवार को भूकंप के झटकों के बाद मरने वालों की संख्या 3,800 से अधिक हो गई है. भूकंप के बाद सीरिया और तुर्की में घायलों की कुल संख्या 15,914 तक पहुंच गई है. अनादोलू एजेंसी ने बताया कि सोमवार को देश के दक्षिणी हिस्से में भूकंप के झटके के बाद तुर्की में कम से कम 2,379 लोग मारे गए और 14,483अन्य घायल हुए हैं.
सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 711 हो गई है. सीरिया में लताकिया, अलेप्पो, हमा और टार्टस सहित अन्य जगहों पर 1431 लोग घायल हैं. इस बीच, सीरियाई नागरिक सुरक्षा, जिसे व्हाइट हेलमेट के रूप में जाना जाता है, ने बताया कि विपक्ष द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों में 740 मौतें हुईं.
— ANI (@ANI) February 7, 2023
अनादोलू एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को पजारसिक जिले में केंद्रित 7.7 तीव्रता के भूकंप ने गज़ियान्तेप, सानलिउर्फा, दियारबाकिर, अदाना, अदियामन, माल्या, उस्मानिया, हटाय और किलिस सहित कई प्रांतों में भारी तबाही मचाई है. एलबिस्तान जिले में केंद्रित 7.6तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. लेबनान और सीरिया समेत कई पड़ोसी देशों में भी भूकंप के गहरे झटके महसूस किए गए.
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि रिक्टर पैमाने पर 6.0 तीव्रता का तीसरा भूकंप सोमवार को तुर्की के गोकसुन में आया. इसने मौतों का आंकड़ा 10 हजार के पार जाने की आशंका जताई है.