अलीगढ़ के दानियाल ने देशभर के 50 में बनाई जगह, AFS एक्सचेंज प्रोग्राम में छाए

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 28-06-2025
Aligarh's Daniyal made it to the top 50 in the country, shined in the AFS exchange program
Aligarh's Daniyal made it to the top 50 in the country, shined in the AFS exchange program

 

आवाज द वाॅयस /अलीगढ़

 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एबीके हाई स्कूल के कक्षा 10 के छात्र दानियाल अली ने 'एएफएस इनोवेटर्स 2025 एक्सचेंज प्रोग्राम' में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर संस्थान को गौरवान्वित किया है. यह कार्यक्रम एएफएस इंडिया द्वारा ब्रिटिश पेट्रोलियम (बीपी) के सहयोग से संचालित एक पूरी तरह वित्त पोषित, छह सप्ताह की अनुभवात्मक शिक्षण पहल है, जिसे देश भर के चुनिंदा 50 प्रतिभाशाली छात्रों के लिए आयोजित किया गया.

दानियाल ने इस कार्यक्रम के अंतर्गत एसटीईएम, सतत विकास, नेतृत्व, लैंगिक समानता और अंतरसांस्कृतिक समझ जैसे वैश्विक विषयों पर आधारित पांच सप्ताह के वर्चुअल सत्रों को सफलतापूर्वक पूरा किया.

कार्यक्रम का अंतिम चरण पुणे की फ्लेम यूनिवर्सिटी और कोल्हापुर के संजय घोड़ावत इंटरनेशनल स्कूल में 17 से 24 जून तक आयोजित एक सप्ताह की आवासीय कार्यशाला के रूप में हुआ.

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इस दौरान दानियाल ने एएमयू एबीके हाई स्कूल का प्रतिनिधित्व करते हुए सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय परंपराओं की प्रस्तुति दी, जिससे देशभर से आए प्रतिभागियों पर गहरी छाप पड़ी.

कार्यशाला के मुख्य आकर्षण “सस्टेनेबल अर्बन इनोवेशन” विषय पर आधारित समूह कैपस्टोन प्रोजेक्ट में उनकी टीम ने दूसरा स्थान हासिल किया. इस प्रोजेक्ट को बीपी इंडिया ने आगे विकास के लिए मंजूरी दी है और टीम को मुंबई स्थित बीपी कॉर्पोरेट मुख्यालय में समाधान प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित भी किया गया, जिससे प्रतिभागियों को नवाचार के पेशेवर मंच पर सीखने का अवसर मिला.

अपने अनुभव के बारे में दानियाल ने बताया कि इस कार्यक्रम ने न केवल उनके शैक्षणिक दृष्टिकोण को व्यापक किया, बल्कि उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा भी दी। उन्होंने मिले मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया.

विद्यालय की प्रिंसिपल डॉ. समीना ने दानियाल की सफलता पर उन्हें और उनके परिवार को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि विद्यालय के लिए गर्व का विषय है.

उन्होंने विशेष रूप से इब्न सिना अकादमी और मार्गदर्शकों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस उपलब्धि में सहयोग किया. उन्होंने कहा कि स्कूल भविष्य में भी ऐसे अवसर प्रदान करता रहेगा, जो छात्रों में वैश्विक नागरिकता, उत्कृष्टता और सतत शिक्षा को बढ़ावा दें.