भक्ति चालक
अंग सबसे अच्छा दान है. आज यह केवल जुबानी बयान का हिस्सा है, लेकिन वास्तव में हम पर समाज का कुछ कर्ज़ है, एक गैर-लाभकारी संगठन विश्व धर्म और ज्ञान संगठन (WORK) ने इसे बढ़ाने के लिए एक ऐतिहासिक पहल की घोषणा की है.
समाज में अंगदान को लेकर कई भ्रांतियां हैं. अंधविश्वास, अपर्याप्त जानकारी जैसे कई कारणों से अंगदान को पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिल पाती है. अंगदान के प्रति यह उदासीनता सभी धर्मों में देखी जाती है. इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए वर्क संस्था के माध्यम से मुस्लिम समुदाय से पहल करने का निर्णय लिया गया है.
संस्थान की 37वीं वर्षगांठ के अवसर पर 1सितंबर को शाम 6बजे पुणे के कैंप एरिया स्थित आजम कैंपस के असेंबली हॉल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा है.एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्यक्रम की जानकारी दी गई.
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र राज्य कार्य प्रमुख अवैस अंसारी, कार्यकारिणी सदस्य शाहनवाज पठान, कार्यकारिणी सदस्य अनवर अहमद, पुणे जिला समिति की प्रमुख सलमा पठान, महाराष्ट्र राज्य महिला समिति की प्रमुख फौजिया इरफान, इंकलाब जया के विक्रांत सिंह भी उपस्थित थे .
वर्षगाँठ पर समाज के लिए एक असामान्य योगदान
भारत में अंगदान की वर्तमान स्थिति सबसे पहले बहुत ही गंभीर स्थिति है. 10लाख में से केवल एक व्यक्ति ही अंग दान कर रहा है. इसलिए जरूरतमंदों को अंगदान के लिए इंतजार करना पड़ता है. इंतज़ार करते-करते कई लोग मर जाते हैं. ऐसी गंभीर स्थिति से उबरने के लिए संस्था के स्थापना दिवस पर 400से अधिक लोग वर्क के माध्यम से मरणोपरांत अंगदान का संकल्प लेने जा रहे हैं. जरूरी कानूनी मामले भी इस समय पूरे होंगे.
इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य कार्य प्रमुख अवैस अंसारी ने कहा, “इस पहल की विशेषता यह है कि अंगदान करने का संकल्प लेने वालों में मुसलमानों का एक बड़ा हिस्सा है. वर्क संस्था ने अंगदान को लेकर मुस्लिम समुदाय में फैली गलतफहमियों को दूर करने और इसके बारे में जनजागरूकता पैदा करने का बड़ा काम किया है. इसीलिए हम यह पहल चला रहे हैं.”
वर्क के कार्यकारी सदस्य अनवर अहमद ने कहा, “इस अंग दान आंदोलन के माध्यम से, संगठन अंग की प्रतीक्षा कर रहे रोगियों और अंग दाताओं के बीच अंतर को पाटने की कोशिश कर रहा है. संगठन का दृढ़ संकल्प है कि समाज के हर वर्ग में अंगदान के प्रति अज्ञानता, उदासीनता और गलतफहमियों को दूर कर मानव जीवन को नया जीवन दिया जाए.
इस अवसर पर समाज और मानवता के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 36से अधिक गैर सरकारी संगठनों को भी सम्मानित किया जाएगा.
जानते हैं संस्था के बारे में
विश्व धर्म और ज्ञान संगठन (वर्क) 1988में स्थापित एक गैर सरकारी संगठन है. अपनी स्थापना के बाद से, संगठन करुणा और सेवा का प्रतीक रहा है. विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से, वर्क कई सामाजिक, शैक्षिक और मानवीय पहल कर रहा है. संगठन की अब तक की सभी गतिविधियाँ धर्म और जाति से ऊपर उठकर मानवता का उद्घोष करती रही हैं.
WORK की ये परोपकारी गतिविधियाँ आठ देशों में कार्यान्वित की जाती हैं. भारत में 200से अधिक जिलों से कार्य गतिविधियाँ क्रियान्वित की जाती हैं. संगठन का मुख्य उद्देश्य इन गतिविधियों के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है.