मुजफ्फरनगर. दारुल उलूम देवबंद के प्रबंधन ने इस प्रसिद्ध इस्लामी शिक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए राज्य कोटा प्रणाली को समाप्त कर दिया. तकलीम इफ्ता (मुफ्ती) कोर्स में राज्य स्तरीय कोटे की व्यवस्था को खत्म करते हुए प्रबंधन ने इस वर्ष मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की घोषणा की है. इस फैसले की विभिन्न राज्यों के छात्रों द्वारा आलोचना की जा रही है, जो कोटा के आधार पर मुफ्ती बनने की इच्छा रखते हैं.
शिक्षा प्रभारी मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी ने बताया, ‘‘पहले स्टेट कोटे से कोर्स में दाखिला होता था. इस वजह से कम अंक वाले छात्रों को दाखिला मिल जाता था, जबकि ज्यादा अंक वालों को दाखिला नहीं मिल पाता था.’’ इस बीच, विभिन्न राज्यों के छात्रों ने दारुल उलूम देवबंद के प्रबंधन द्वारा लिए गए निर्णय की आलोचना की. नाम न छापने की शर्त पर एक छात्र ने कहा, ‘‘मुफ्ती कोर्स में प्रवेश पाने के लिए कोटा सिस्टम सबसे अच्छा है. मेरिट सिस्टम हम जैसे छात्रों के लिए मुश्किल बना देगा.’’