धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)
शिगात्से में सोमवार को आयोजित एक आधिकारिक संगोष्ठी में ग्याल्टसेन (चीन. गायिनकैन) नॉरबू, जिन्हें तिब्बतियों द्वारा चीनी नियुक्त या "नकली" पंचेन लामा के रूप में माना जाता है, ने दावा किया कि तिब्बती बौद्ध धर्म में सभी पुनर्जन्म प्रक्रियाओं को चीनी कानूनों के अनुरूप होना चाहिए और इसके लिए चीन की मंजूरी अनिवार्य है।
यह बयान स्पष्ट रूप से 14वें दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन का संदर्भ था, जिस पर चीन लंबे समय से नियंत्रण रखना चाहता है। फायुल की रिपोर्ट के अनुसार, नॉरबू ने कहा कि पुनर्जन्मित “जीवित बुद्धों” की पहचान पूरी तरह चीन के भीतर की जानी चाहिए और इसे केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रक्रिया में “किसी विदेशी संगठन या व्यक्ति” का कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। आलोचकों के अनुसार यह बयान चीन की दलाई लामा के पुनर्जन्म पर एकाधिकार की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
नॉरबू ने यह भी जोर देकर कहा कि इस तरह के सभी धार्मिक कार्य कमी्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व के अनुरूप होने चाहिए, जो तिब्बती बौद्ध धर्म के राजनीतिकरण के लिए चीन की जारी अभियान को दर्शाता है।
ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब चीनी सरकार ने अगले दलाई लामा के चयन पर अपना प्रभुत्व जताने के प्रयास फिर से तेज किए हैं। बीजिंग का दावा है कि अगले आध्यात्मिक नेता की पहचान करने का विशेषाधिकार केवल चीन को ही है, जो सदियों पुरानी तिब्बती परंपराओं और वर्तमान दलाई लामा की स्पष्ट मंशा के सीधे खिलाफ है।
वहीं, दलाई लामा ने लगातार कहा है कि उनका पुनर्जन्म किसी स्वतंत्र देश में होगा, जो चीन के हस्तक्षेप से बाहर होगा। धर्मशाला में आयोजित 15वें तिब्बती धार्मिक सम्मेलन में अपने संदेश में उन्होंने दोहराया कि उनके उत्तराधिकारी को मान्यता देने का अधिकार केवल गडेन फोड़्रांग ट्रस्ट के पास है। उन्होंने स्पष्ट कहा, "मेरे पुनर्जन्म से संबंधित एकमात्र अधिकार गडेन फोड़्रांग ट्रस्ट के पास है।"
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के अध्यक्ष पेनपा त्सेरिंग ने भी बार-बार चीन के हस्तक्षेप की निंदा की है और कहा है कि यह मुद्दा केवल तिब्बती बौद्ध परंपरा से जुड़ा है। विश्लेषकों का मानना है कि चीन की यह कोशिश तिब्बती धर्म और संस्कृति को चीनीकरण करने, तिब्बती एकता को तोड़ने और तिब्बत के आध्यात्मिक केंद्र पर राजनीतिक नियंत्रण मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है।