आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
आल इंडिया सिविल सर्विसेज की प्रतियोगी परीक्षा में इस बार मुस्लिम उम्मीदवारों का प्रदर्शन अच्छा रहा.मंगलवार को यूपीएससी 2022 की मेरिट लिस्ट जारी कर दी गई है. कुल उत्तीर्ण 933 उम्मीदवारों में 29 मुस्लिमों हैं.पिछले साल कुल कामयाब मुस्लिम उम्मीदवारों की संख्या 21 थी. इसी तरह गत वर्ष कुल उत्तीर्ण उम्मीदवारों की संख्या 685थी. इस बार पहले तीन स्थानों पर महिला उम्मीदवार हैं.
आज जारी परिणाम में तीन मुस्लिम ने शीर्ष 100 की सूची में जगह बनाई है.यूपीएससी सिविल सेवा परिणाम 2022आज दोपहर जारी किए गए .संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सितंबर 2022 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा और जनवरी-मई 2023 में आयोजित व्यक्तिगत साक्षात्कार का परिणाम मंगलवार 23 ई को घोषित किया.
इशिता किशोर पहला, गरिमा लोहिया दूसरा और उमा राठी तीसरा रैंक लाने वाली रहीं.
यूपीएससी 2022 में रैंक के साथ मुसलमानों की सूची-
यूपीएससी ने तीन चरणों में सिविल सेवा 2022के उम्मीदवारों के व्यक्तिगत साक्षात्कार आयोजित किए, जिसका तीसरा और अंतिम चरण 18मई, 2023को समाप्त हुआ.संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा घोषित सिविल सेवा मुख्य 2022के परिणाम के अनुसार, सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले लगभग 2,529उम्मीदवारों को तीन चरणों के व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था. इनमें 83मुसलमान थे.
यूपीएससी में मुसलमान
पिछले साल कुल 1,823 उम्मीदवारों को जिन्होंने सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी, व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था. उनमें से 685यूपीएससी सिविल सेवा 2021मेरिट लिस्ट में जगह बनाने में सफल रहे थे. इनमें 21 मुस्लिम थे. इसे एक दशक में मुस्लिम उम्मीदवारों का सबसे खराब प्रदर्शन करार दिया गया था.
दूसरी ओर कुल 31मुसलमानों ने 2020में सिविल सेवा परीक्षा क्रैक किया था. तब कुल 761 उम्मीदवार सफल घोषित किए गए थे. 2019 में 42 मुसलमानों ने परीक्षा पास की थी. 2018 में केवल 27 मुसलमानों ने अंतिम परिणाम में जगह बनाई थी.
वर्ष 2016 और 2017 मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए सबसे कामयाब साल रहे. 2016 में 52और 2017 में 50 कामयाब हुए थे.2015 में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा अनुशंसित 1,078 उम्मीदवारों में 34 मुस्लिम थे. 2014 में कुल 1,236 उम्मीदवारों की सूची में 38मुस्लिम थे.
2013 में कुल 34मुसलमानों ने परीक्षा उत्तीर्ण किया था, जबकि 2012 में सफल मुस्लिम उम्मीदवारों की संख्या 30 थी. चार शीर्ष 100 में आए थे.इसी तरह 2012 में सफल उम्मीदवारों में 30 मुस्लिम थे. 2011 में सिविल सेवाओं के लिए चुने गए 920 में 31 मुसलमान थे.
जबकि 2010 में 875 सफल उम्मीदवारों में 21 मुसलमान थे. कश्मीर के शाह फैसल ने राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा में टॉप किया था.2009 में कुल 31 मुस्लिम 791 सफल उम्मीदवारों में थे.