संदेश तिवारी/ कानपुर
कहते हैं कि लगन और ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन जो करते हैं, वह शिखर पर अपना परचम लहराते हैं. ऐसे ही एक शिक्षक जफर अख्तर हैं, जो सरवनखेड़ा विकास खंड के भदेसा उच्च प्राथमिक विधालय के प्रधानाचार्य पद पर तैनात हैं.
जफर ने शिक्षक की नौकरी पाने के बाद विद्यालय में कुछ अलग करने की ठान ली. वैसे भी अध्ययन के दौरान उनकी शिक्षण कार्य के प्रति हमेशा से रुचि रही है और समाज से अलग हटकर पदचिन्ह बनाने की ललक उनके अंदर बनी रही. शिक्षक बनते ही उन्होंने विद्यालय के बच्चों को शिक्षा के साथ सामाजिक,व्यावहारिक ज्ञान देने के साथ खेलकूद और योग का ऐसा नियमित पाठ पढ़ाया कि आज जफर अख्तर के साथ विद्यालय और विद्यालय के नन्हे-मुन्ने बच्चों की सराहना की जाती है.
ब्लॉक क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के शिक्षक इस बात के लिये जफर का लोहा मानते हैं, जो हमेशा अन्य शिक्षकों को अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहने का संदेश देते हैं. सितंबर, 2020 में उनके इस उत्कृष्ट कार्य के लिये राज्य पुरस्कार से उन्हें पुरस्कार से नवाजा गया था. और अब 30दिसम्बर को दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक अवॉर्ड से उन्हें सम्मानित किया जाएगा.
अख्तर कहते हैं, “मेरे मन में हमेशा अन्य विद्यालयों से कुछ अलग करने की इच्छा रही है. इसी वजह से उनका प्रयास निरंतर सुधार के लिए रहा है.”
हालांकि, वह अपने इन कार्यों का श्रेय विद्यालय के शिक्षकों की टीम को देते हैं.
अधिकारियों की नजर में अव्वल स्थान बनाए शिक्षक जफर अख्तर पहचान के मोहताज नहीं है. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अन्य विद्यालयों से कुछ अलग कार्य किए जो प्रशंसनीय हैं. जिसके लिए उन्हें सितम्बर, 2020 में लखनऊ में राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया था. इसके बाद भी उनके ये कार्य जारी रहे. जिसके बाद अब उन्हें राष्ट्रीय स्तर के एनजीओ एमवीएलए द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक रत्न अवॉर्ड के लिये चुना गया है.
शिक्षकों के लिये मिसाल बने जफर अख्तर समय से विद्यालय खोलने के बाद बच्चों को सूर्य नमस्कार से लेकर प्राणायाम और शवासन कराने के बाद शिक्षण कार्य की शुरुआत करते हैं. मध्यान्ह भोजन के पहले बच्चे हिंदी और अंग्रेजी भाषा में भोजन मंत्र और प्रार्थना करते हैं.
विद्यालय में साफ-सफाई के मामले में फर्नीचर, भवन को घर की तरह दुरुस्त रखते हैं. विद्यालय की स्काउट गाइड टीम को ऐसा प्रशिक्षण दिया कि वह प्रदेश में अपना स्थान बना चुकी है. विद्यालय में उत्कृष्ट कार्यों के लिए अधिकारी उनकी सराहना करते नहीं थकते हैं.