जेईई-एडवांस्ड में रहमानी-30 ने लहराया परचम, अब 100 के पार का लक्ष्य

Story by  सेराज अनवर | Published by  [email protected] | Date 15-09-2022
जेईई-एडवांस्ड में रहमानी-30 ने लहराया परचम, अब 100 के पार का लक्ष्य
जेईई-एडवांस्ड में रहमानी-30 ने लहराया परचम, अब 100 के पार का लक्ष्य

 

सेराज अनवर / पटना

इमारत ए शरिया के दिवंगत अमीर ए शरियत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने डेढ़ दशक पूर्व शिक्षा का जो पौध लगाया था, आज वह पेड़ बलकर फल देने लगा है.रहमानी-30 के बच्चे लगातार सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं.

यहां तक कि इंजीनियरिंग के सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2022 में भी पिछले वर्षों की तरह इस बार भी रहमानी-30 के छात्रों ने उत्कृष्ट और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. इसके साथ ही संस्थान ने अब 100 के पार का लक्ष्य तय कर दिया है. इसके लिए जल्द ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
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रहमानी-30 की जेईई मेन्स में सर्वश्रेष्ठ सफलता

ध्यान रहे कि आईआईटी यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान देश का सबसे प्रमुख और प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान है,जिसके लिए पहले जेईई-मेन्स क्वालीफाई करना होता है.
 
जेईई मेन्स में रहमानी-30 के 193 छात्रों में से 173 ने जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई किया है.रहमानी 30 की जेईई मेन्स में अब तक की सर्वश्रेष्ठ सफलता दर कुल मिलाकर 85 प्रतिशत थी.यह अनुपात कोविड और लॉकडाउन की सबसे कठिन चुनौती के बावजूद 90 प्रति तक पहुंच गया.
 
जेईई एडवांस में कुल 146 छात्रों ने भाग लिया,जिनमें से 57 छात्रों ने क्वालीफाई किया. अखिल भारतीय रैंक (श्रेणी) 260 थी और अखिल भारतीय (सामान्य) रैंक 2375 थी.
 
abhyanandतीन चरणों में लगभग एक साल के लॉकडाउन का सामना करने के बावजूद रहमानी- 30 के छात्रों,शिक्षकों और अधिकारियों ने  बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक अभियानंद सिंह की देखरेख में सुबह-शाम ऑनलाइन और ऑफलाइन कड़ी मेहनत की. ताजा परिणाम इसी अथक प्रयास,कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम है.
 
100 के पार का लक्ष्य

रहमानी-30 कई सालों से जेईई एडवांस में 50 से ज्यादा रिजल्ट दे रहे हैं.हजरत अमीर शरीयत अहमद वली फैसल रहमानी की इच्छा है कि यह परिणाम जल्द से जल्द 100 के पार पहुंच जाए.
 
रहमानी 30 का लगातार 50 प्लस परिणाम को 100 प्लस में बदलने के लिए नया कदम है.इसके लिए रहमानी-30 के सीईओ फहद रहमानी ने घोषणा की है कि जल्द ही 9वीं और 10वीं कक्षा से रहमानी 30 की तैयारी शुरू की जाएगी ताकि छात्र अपनी नींव मजबूत कर सकें.
 
वे 10वीं पास करने के बाद अपनी रुचि के अनुसार अध्ययन के क्षेत्र का चयन कर सकें. 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए फॉर्म जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा.
 
ये छात्र उपरोक्त प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से आईआईटी-जेईई, एनईईटी,सीए, एनआईटी और अन्य  आईएनआई संस्थानों में जाकर उच्च शिक्षा, पर्याप्त शोध सुविधाएं और अंतरराष्ट्रीय शोध के अवसर प्राप्त कर सकतें हैं.आई एन आई संस्थान में शिक्षा व्यावहारिक रूप से मुफ्त या अत्यधिक सब्सिडी वाली है.
 
एनआरआई छात्र भी यहां करते हैं तैयारी

रहमानी प्रोग्राम ऑफ एक्सीलेंस (रहमानी 30) पटना के केंद्रों के अलावा जहानाबाद (बिहार), हैदराबाद, (तेलंगाना) बेंगलुरू, (कर्नाटका) खुल्दाबाद ((महाराष्ट्र) जैसे विभिन्न शहरों में काम कर रहा है,
 
जहां देश के विभिन्न प्रांतों के एनआरआई छात्र भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हुए हैं. बेशक आज रहमानी प्रोग्राम ऑफ एक्सीलेंस (रहमानी 30) इन प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की गारंटी बन गया है.
 
rahmaniरहमानी 30, के संरक्षक अमीर शरीयत बिहार,उड़ीसा और झारखंड हजरत मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी ने कहा कि यह सफलता अल्लाह की मेहरबानी से संभव हुई है.अन्यथा ऐसी ऐतिहासिक सफलता हासिल करना संभव नहीं है.
 
रहमानी 30 के सीईओ फहद रहमानी ने इस अवसर पर छात्रों को बधाई देते हुए रहमानी 30 के सभी शिक्षकों, सहायकों,टीम के सदस्यों और अभिभावकों को धन्यवाद दिया.
 
रहमानी-30 के संस्थापक हजरत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी के सपनों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया और सभी से इस  मिशन में शामिल होने का अनुरोध किया.