अजमेर दरगाह में दुआ के बाद युद्धविराम की घोषणा, भारत ने दिया शांति का संदेश

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 10-05-2025
Ceasefire declared after prayers at Ajmer Dargah, India gave message of peace
Ceasefire declared after prayers at Ajmer Dargah, India gave message of peace

 

अजमेर/नई दिल्ली

राजस्थान के अजमेर स्थित विश्वप्रसिद्ध हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह शरीफ में शनिवार दोपहर एक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें भारत के वीर सशस्त्र बलों की शांति, सफलता और सुरक्षा के लिए दुआ मांगी गई. यह दुआ ऐसे समय हुई जब देश सीमाओं पर तनाव और संभावित संघर्ष के दौर से गुजर रहा था.

दरगाह परिसर में उलेमा, खादिम समुदाय और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने देश के सैनिकों की सलामती और भारत में स्थायी शांति की कामना करते हुए सामूहिक रूप से विशेष मुनाजात की. दुआ के तुरंत बाद ही विदेश सचिव विक्रम मिसरी द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल युद्धविराम की घोषणा की गई, जिससे दरगाह परिसर में उपस्थित लोगों में गहरी भावनात्मक प्रतिक्रिया देखी गई.

खादिम और दरगाह से जुड़े प्रतिनिधियों ने कहा,"यह महज़ एक संयोग नहीं हो सकता कि जैसे ही हमने अपने देश के जवानों के लिए दुआ पूरी की, कुछ ही क्षणों में युद्धविराम की खबर आ गई. यह अल्लाह का करम है और यह संकेत है कि भारत की ओर से शांति का पैगाम पूरी दुनिया तक गया है."

दुआ के दौरान आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ़ भारत की एकता, बहादुरी और सहिष्णुता की भावना को विशेष रूप से याद किया गया.. अजमेर शरीफ के उलेमाओं ने कहा कि यह युद्धविराम सिर्फ़ दो देशों के बीच नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को एक संदेश है—कि हमारी धरती पर आतंकवाद और आतंकवाद को संरक्षण देने वालों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए.

उलेमा ने यह भी कहा कि भारतीय सेना ने हमेशा संयम, अनुशासन और राष्ट्रहित में काम किया है और उनकी सफलता के लिए दुआ करना हर नागरिक का कर्तव्य है।

दरगाह से जारी संदेश में यह भी कहा गया कि भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है और यही ताकत शांति, सौहार्द और स्थायित्व की गारंटी है..

सोशल मीडिया पर भी ‘जय हिंद’, ‘हिंदुस्तान ज़िंदाबाद’ और ‘भारतीय सेना अमर रहे’ जैसे हैशटैग्स के साथ यह खबर वायरल हो गई.