दमिश्क
सीरिया की राजधानी दमिश्क के दक्षिणी उपनगर किसवाह में इज़रायली ड्रोन हमलों में कम से कम आठ सीरियाई सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी सीरियाई अधिकारियों और एक युद्ध निगरानी समूह ने बुधवार को दी।
सीरियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को हुए हमले “अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन” और सीरिया की “संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का स्पष्ट हनन” हैं। मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया कि इज़रायल की यह कार्रवाई “क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करने की आक्रामक नीतियों का हिस्सा है।”
इज़रायली सेना ने इन हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं की।
सीरियाई सरकारी समाचार एजेंसी साना ने बुधवार देर रात रिपोर्ट दी कि क्षेत्र में और भी इज़रायली हमले हुए तथा एक एयरड्रॉप कमांडो अभियान चलाया गया, जिसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है।
साना ने बताया कि शुरुआती हमले उन सैनिकों पर हुए जो गश्त के दौरान “निगरानी और जासूसी उपकरण” ढूँढ पाए थे। लगातार हमलों के कारण अन्य सैनिक अगले दिन तक घटनास्थल तक नहीं पहुँच सके। बाद में सेना के जवान शवों को वापस लाने और कुछ उपकरण नष्ट करने में सफल हुए।
पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के पतन (दिसंबर 2024) के बाद से इज़रायल ने सीरिया के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों हवाई हमले किए हैं, सेना की संपत्तियाँ नष्ट की हैं और दक्षिण सीरिया में संयुक्त राष्ट्र-नियंत्रित बफर ज़ोन पर कब्ज़ा कर लिया है।
दमिश्क की नई सरकार ने इज़रायल से टकराव नहीं चाहा है, लेकिन इज़रायल अब भी पूर्व इस्लामवादी विद्रोहियों द्वारा नेतृत्व वाली इस सरकार को लेकर सशंकित है।
इज़रायल के रक्षा मंत्री इज़रायल कैट्ज़ ने मंगलवार को कहा कि सेना अनिश्चितकाल तक उस “सुरक्षा क्षेत्र” में बनी रहेगी, जो गोलान और गलील बस्तियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा दक्षिणी इज़रायल पर किए गए हमले से मिली सीख के आधार पर लिया गया है।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि हमले उस क्षेत्र पर हुए जो दमिश्क को दक्षिणी प्रांत स्वेदा से जोड़ता है। यहाँ पिछले महीने सरकारी समर्थित बंदूकधारियों और ड्रूज़ लड़ाकों के बीच घातक झड़पें हुई थीं। इज़रायल ने इन लड़ाइयों में ड्रूज़ का समर्थन किया था, जिन्हें इज़रायल में एक वफ़ादार अल्पसंख्यक माना जाता है और जो अक्सर इज़रायली सेना में सेवा देते हैं।
कैट्ज़ ने अपने बयान में कहा कि इज़रायली सेना “सीरिया में ड्रूज़ समुदाय की रक्षा करती रहेगी।”
ऑब्ज़र्वेटरी ने बताया कि क्षेत्र में कई हमले हुए, जिनमें से एक पैरामेडिक्स के पहुँचने के बाद किया गया। कुल आठ सैनिक मारे गए और तीन अन्य घायल हुए।
इसी दिन पहले, दक्षिणी शहर क़ुनैतरा के पास इज़रायली ड्रोन हमले में एक व्यक्ति मारा गया। इस घटना की पुष्टि अल-इख़बारिया टीवी और ऑब्ज़र्वेटरी दोनों ने की।
सीरियाई विदेश मंत्रालय ने क़ुनैतरा के पास हुए हमले की भी निंदा की और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है तथा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को खतरे में डालता है।