गाज़ा/वॉशिंगटन
इज़राइली सेना ने बुधवार को गाज़ा सिटी के चारों ओर अभियान तेज़ कर दिया, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में युद्धोत्तर गाज़ा को लेकर योजना बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
लगभग दो साल से चल रहे सैन्य अभियान को समाप्त करने के लिए इज़राइल पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र पहले ही गाज़ा में अकाल घोषित कर चुका है।
इज़राइली सेना के प्रवक्ता अविचाय अद्रई ने कहा, “गाज़ा सिटी की निकासी अपरिहार्य है। दक्षिण की ओर जाने वाले हर परिवार को सबसे उदार मानवीय सहायता दी जाएगी।”
सेना ने बताया कि उसकी टुकड़ियाँ गाज़ा सिटी के बाहरी इलाकों में ज़मीन के ऊपर और नीचे मौजूद “आतंकी ढाँचों” को नष्ट करने में लगी हैं।
ज़ैतून मोहल्ले के निवासियों ने रातभर भारी बमबारी और ड्रोन हमलों की सूचना दी।
स्थानीय निवासी तलाअल-ख़तीब (29) ने कहा, “जहाँ भी भागें, मौत पीछे-पीछे आती है।”
अब्दुल हमीद अल-सैफी (62) ने कहा कि मंगलवार से वे घर से बाहर नहीं निकले क्योंकि ड्रोन बाहर निकलने वालों पर गोलियाँ बरसा रहे हैं।
रक्षामंत्री इस्राइल काट्ज़ ने धमकी दी कि अगर हमास ने शर्तों पर युद्ध समाप्त करने को मंज़ूरी नहीं दी तो गाज़ा सिटी को नष्ट कर दिया जाएगा।
मंत्रालय ने शहर पर कब्ज़ा करने की योजना और लगभग 60,000 रिज़र्व सैनिकों को बुलाने की मंज़ूरी दी है।
संयुक्त राष्ट्र ने गाज़ा प्रांत में अकाल की आधिकारिक घोषणा की है और इसके लिए इज़राइल द्वारा “मानवीय सहायता में बाधा” को जिम्मेदार ठहराया है।
अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ ने कहा कि ट्रंप व्हाइट हाउस में शीर्ष अधिकारियों के साथ गाज़ा के भविष्य पर विस्तृत योजना पर चर्चा करेंगे।
पहले ट्रंप ने सुझाव दिया था कि अमेरिका गाज़ा पट्टी का नियंत्रण संभालकर इसे समुद्र किनारे रियल एस्टेट परियोजना में बदले—एक प्रस्ताव जिसे यूरोप और अरब देशों ने कड़े शब्दों में खारिज किया था, जबकि इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसका समर्थन किया था।
मंगलवार को तेल अवीव में हजारों लोगों ने युद्ध समाप्त करने और बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
नेतन्याहू ने कहा, “यह गाज़ा से शुरू हुआ और गाज़ा में ही खत्म होगा। हम उन राक्षसों को वहीं छोड़कर नहीं जाएंगे।”
हमास पहले ही एक प्रस्ताव स्वीकार कर चुका है, जिसमें 60 दिनों के भीतर बंधकों की रिहाई के बदले फ़लस्तीनी कैदियों की रिहाई का प्रावधान है।
क़तर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभी भी इज़राइल के जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
यह युद्ध अक्टूबर 2023 में हमास के हमले से शुरू हुआ, जिसमें 1,219 लोग मारे गए थे।
उस हमले में 251 बंधक बनाए गए, जिनमें से 49 अब भी गाज़ा में हैं (27 की मौत की पुष्टि इज़राइल कर चुका है)।
जवाबी कार्रवाई में अब तक 62,819 फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें अधिकतर नागरिक हैं।