रियो डी जनेरियो (ब्राज़ील)
ब्राज़ील के रियो डी जनेरियो में चल रहे 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार (स्थानीय समयानुसार) ईरान और मैक्सिको के अपने समकक्षों से द्विपक्षीय मुलाकात की।
मैक्सिको के विदेश मंत्री से बातचीत
जयशंकर ने मैक्सिको के विदेश मामलों के सचिव जुआन रेमन दे ला फुएंते से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य, डिजिटल तकनीक, विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र में साझेदारी को और गहराई देने पर चर्चा की।
जयशंकर ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा:"आज रियो डी जनेरियो में मैक्सिको के विदेश मंत्री जुआन रेमन दे ला फुएंते से मिलकर प्रसन्नता हुई। हमने स्वास्थ्य, डिजिटल, तकनीक और अंतरिक्ष के क्षेत्र में हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।"
ईरान के विदेश मंत्री से क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा
जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराग़ची से भी रियो में मुलाकात की और हालिया क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर विचार साझा किए।
जयशंकर ने लिखा:"आज शाम ईरान के विदेश मंत्री @araghchi से मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत हालिया क्षेत्रीय घटनाओं पर केंद्रित रही।"
रूस के विदेश मंत्री से भी हुई मुलाकात
इससे पहले रविवार को जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग, पश्चिम एशिया की स्थिति, ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) को लेकर चर्चा की।
जयशंकर ने लिखा:"ब्रिक्स 2025 के मौके पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात कर अच्छा लगा। हमने द्विपक्षीय सहयोग, पश्चिम एशिया, ब्रिक्स और SCO पर चर्चा की।"
रूस के विदेश मंत्रालय ने भी दोनों मंत्रियों की तस्वीर साझा करते हुए कहा कि यह बैठक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर हुई।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का आतंकवाद पर सख्त संदेश
ब्रिक्स सम्मेलन में शांति और सुरक्षा पर आयोजित सत्र में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद की निंदा करना "सुविधा का नहीं, सिद्धांत का मामला" होना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद को आज की दुनिया के लिए "सबसे गंभीर चुनौती" बताया।
मोदी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का उल्लेख करते हुए कहा:"यह हमला भारत की आत्मा, पहचान और गरिमा पर सीधा प्रहार था। यह हमला न केवल भारत, बल्कि पूरी मानवता पर था। इस दुख की घड़ी में हमारे साथ खड़े होने वाले मित्र देशों के प्रति मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूँ।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद पर प्रतिक्रिया तय करने से पहले यह देखना कि हमला किस देश में हुआ और किस पर हुआ — यह मानवता के साथ विश्वासघात है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2025 ब्राज़ील की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिसमें ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अलावा नए सदस्य देशों — मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात और इंडोनेशिया — ने भी हिस्सा लिया।