मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने कहा कि भगवान श्रीराम किसी एक धर्म और एक समुदाय के नहीं है. वह पूरे देश के हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सभी को खुशी मनानी चाहिए. इसलिए 22 जनवरी को सुखद दिन आने वाला है और घरों में दीप जलाकर दिवाली मनाएं. उन्होंने कहा कि हमारे नबी ने भी कहा कि जिस देश में रहो वहां के कानून का पालन करो. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा में जाने का विरोध करने वाले रावण के वंशज हैं.
अशफाक सैफी ने कहा कि इस देश में गंगा-जमुनी तहजीब है. पूरी दुनिया में जितने देश हैं, हिंदुस्तान से अच्छा देश मुस्लिमों के लिए कोई नहीं है. अल्पसंख्यक समाज के लोगों को भी पुरानी बातों को भूलकर नई शुरूआत करनी चाहिए.
शनिवार को सर्किट हाउस में अशफाक सैफी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार अल्पसंख्यकों के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही हैं. आयुष्मान योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार कराया जा रहा है. मदरसों के शिक्षकों के मानदेय को लेकर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करेंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार मुस्लिम समाज के लोगों के लिए काम कर रही है. आजादी के बाद से जितनी भी सरकारें रहीं उन्होंने डराने का काम किया. हमारे प्रधानमंत्री एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर रखने का प्रयास कर रही है.
उन्होंने देश के 140 करोड़ लोगों से रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर सभी से दीप जलाकर खुशियां मनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ है. मैं मुस्लिम समाज का भी धन्यवाद जताता हूं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी ने सम्मान किया.
उन्होंने कहा कि महिलाओं पर गलत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. बंगाल में ईडी की टीम पर हमले के संबंध में सवाल करने पर उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा देने की मांग की.
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