आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
दृढ़ संकल्प और सही दिशा में सतत प्रयास आपको सफलता दिलाएगी. इसलिए अपने लक्ष्य तय कीजिए.’ उसके लिए अभी से तैयारी शुरू कीजिए. दिल्ली के लाल कुआं स्थित जीनत महल स्कूल में आयोजित करियर काउंसलिंग कार्यक्रम के दौरान आवाज ए ख्वातीन की निदेशक रत्ना शुक्ला आनंद ने ये बातें कहीं.
निदेशक ने कथाकार प्रेमचंद की पंक्ति छात्राओं को सुनाते हुए कहा कि दृढ़ संकल्प से दुविधा की बेड़ियां कट जाती हैं. आप संकल्प कीजिए कि हमें जीवन में सफल होना है. अपने मां बाप और देश का नाम रोशन करना है.
आवाज ए ख्वातीन ने जीनत महल स्कूल की छात्राओं के करियर काउंसलिंग के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में हौज काजी थाने के एसएचओ अभिनेंद्र सिंह मौजूद थे. संस्थान के अनुरोध पर दिल्ली स्थित अभिज्ञान आईएएस अकैडमी की संस्थापक और प्रबंध निदेशक अफरोज फातिमा और अकादमी के आईएएस ट्यूटर मो. नोमान खान भी जीनत महल स्कूल पहुंचे.
मो. नोमान खान ने छात्राओं को बताया कि कैसे 12वीं करते ही आईएएस की तैयारी शुरू की जा सकती है. आने वाले तीन चार साल में खुद को उच्च अधिकारी के रूप में देख सकती हैं. मो. नोमान खान सेना में अधिकारी रह चुके हैं.
सफलता के लिए सतत प्रयास
छात्राओं को संबोधित करते हुए संस्थान की निदेशक रत्ना शुक्ला आनंद ने कहा कि अपने जीवन में जो लक्ष्य आपने तय किए हैं, उसे पाने के लिए लगातार प्रयास करते रहें. संकल्प लें कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे. तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कि सफल नहीं होते. निदेशक ने कहा कि सही दिशा में किया जाने वाला सतत प्रयास सफलता की कुंजी है.
सफलता के चार मूल मंत्र
इस मौके पर छात्राओं को संबोधित करते हुए अभिज्ञान आईएएस अकैडमी के आईएएस ट्यूटर मो. नोमान खान ने छात्राओं को सफलता के चार मूल मंत्र बताए. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए कहा कि सफलता के लिए चार मंत्र हैं, लक्ष्य तय करना, अपने ज्ञान को विकसित करना, कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयास करना. मो. नोमान खान ने कहा कि इन रास्तों पर चल कर कोई भी अपनी सफलता की कहानी लिख सकता है.
12 वीं के बाद करें तैयारी
आईएएस ट्यूटर मो. नोमान खान ने छात्राओं को आईएएस बनने के टिप्स देते हुए कहा कि जो छात्राएं यह सोचती हैं कि पहले ग्रेजुएशन कर लेते हैं फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू करेंगे, वो गलत हैं. आईएएस बनना या यूपीएससी की परीक्षा में सफल होना आपके लिए आसान हो सकता है, अगर आप 12वीं पास करते ही इसकी तैयारी शुरू कर दें.
अगले तीन साल तक ग्रेजुएशन के साथ यूपीएससी की तैयारी करें. हो सकता है कि चौथे साल आप आईएएस अधिकारी बन जाएं.
काम है इबादत
अभिज्ञान आईएएस एकैडमी की संस्थापक और प्रबंध निदेशक अफरोज फातिमा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई करने या आईएएस की तैयारी करने से आपकी इबादत में कोई कमी नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि हर दिन जो भी काम आप करें उसे शिद्दत व ईमानदारी से करें. अफरोज फातिमा ने छात्राओं से कहा कि जीवन में जो भी बनना चाहती हैं, उसके लिए अभी से ईमानदाराना कोशिश शुरू कर दें.
रहें फोकस्ड
कार्यक्रम के दौरान हौज काजी थाना के एसएचओ अभिनेंद्र सिंह ने छात्राओं से कहा कि जीवन में सफल होने के लिए जरूरी है कि अपने लक्ष्य के प्रति फोकस्ड और समर्पित रहें. उन्होंने कहा कि आप पूरी तरह सुरक्षित हैं. किसी भी तरह की परेशानी हो तो उसकी शिकायत कीजिए.
करियर काउंसलिंग के दौरान कई छात्राओं ने सवाल भी पूछे. मो. नोमान खान और अफरोज फातिमा ने छात्राओं के सवालों के तार्किक जवाब दिए. एक सवाल के जवाब में मो. नोमान खान ने कहा कि कोई भी विषय खराब नहीं होता. इतिहास पढ़ने वाले भी आईएएस बनते हैं और भूगोल पढ़ने वाले भी. जो भी करें उसके लिए अपने अंदर रूचि पैदा करें.
जीनत महल स्कूल की प्रिंसिपल संगीता आनंद ने आवाज ए ख्वातीन और अभिज्ञान आईएएस अकैडमी की टीम के प्रति आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम के दौरान स्कूल की शिक्षिका फजीलत जहां भी मौजूद थीं.