हज यात्रियों को 48 डिग्री तापमान से बचाने के लिए मक्का की सड़कों पर लगे पानी के फव्वारे और एयर कंडीशनर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 02-06-2024
Hajj 2024: Roadside fountains and air-conditioners installed to protect Hajj pilgrims from 48 degree temperature in Mecca
Hajj 2024: Roadside fountains and air-conditioners installed to protect Hajj pilgrims from 48 degree temperature in Mecca

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली

सऊदी अरब के दो पवित्र शहरों मक्का और मदीना में 14 जून से शुरू हो रहे वार्षिक हज के दौरान हज यात्रियों को तपिश से बचाने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा हज यात्रियों को गर्मी से लड़ने के लिए तरह-तरह के उपकरण उपलब्ध कराने के साथ उन्हें विभिन्न माध्यमों से स्वास्थ्य संबंधी जरूरी सलाह भी दी जा रही है.

अभी मक्का-मदीना का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस है. क्यूवेदर के पूर्वानुमान के अनुसार,अगले एक महीने तक तापमान 42 से 48 डिग्री के आसपास रहने वाला है. हज प्रक्रिया 14 जून से शुरू हो रही है, जो एक जुलाई तक चलेगी. जबकि अभी से हज यात्रियों का मक्का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस बार वार्षिक हज में विभिन्न देशों के 20 लाख हज यात्रियों के पहुंचने का अनुमान है. खबर लिखने तक तकरीबन सात लाख हज यात्री मक्का पहुंच चुके थे.
 

मक्का का तापमान पहुंचेगा 47 डिग्री के पार

अभी मक्का का अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच झूल रहा है. 6 और 8 जून को अधिकतम तापमान 47 डिग्री के पार पहुंच जाएगा. हज के बाकी दिनों में तापमान 42 डिग्री के आसपास रहेगा. चूंकि एक ही जगह 20 लाख लोग मौजूद रहेंगे, इसलिए इनके शरीर से निकलने वाली हीट भी हज यात्रा में बाधा डालेगी.
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ऐसे में तापमान के कड़े रूख को देखते हुए हज और उम्रा मंत्रालय ने व्यापक इंजतमा किए हैं. सड़कों पर या हज के दौरान अधिकतम तापमान हज में बाधा न बनें इसके लिए जहां हाजियों को सूरज की किरणों से लड़ने वाले छाते उपलब्ध कराए जा रहे हैं, वहीं आने-जाने वालों को सिर पर रखने के लिए बर्फ की थैलियां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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मक्का की सड़कों पर लगे पानी के फव्वारे

मक्का की सड़कों पर पानी के फव्वारे लगाए गए हैं. इसके अलावा सड़क किनारे बड़े-बड़े एयर-कंडिशनर लगाने की भी व्यवस्था चल रही है.एक रिपोर्ट के अनुसार,मक्का क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने इस साल हज सीजन के पहले चरण में जमरात क्षेत्र में वातावरण को ठंडा रखने के लिए एक नई परियोजना लागू की हैं.

 

इसके माध्यम से जमरात के पश्चिमी चौक के पूरे क्षेत्र के अलावा जमरात से मीना तक के वापसी मार्गों को कवर किया गया है.बताया गया कि ये परियोजनाएं किंग सलमान के सलाहकार, प्रिंस खालिद अल-फैसल, मक्का क्षेत्र के गवर्नर और हज सेंट्रल कमेटी के अध्यक्ष के निर्देशों पर लागू की गई हैं.

इस का नाम ‘ शीतलन परियोजना’ है, जो 10,000 मीटर से अधिक क्षेत्र में फैली हुई है. परियोजना के तहत  हज यात्रियों को अधिकतम तापमान के ताप से बचाने के लिए सड़क किनारे और विभिन्न गेटों पर पानी के 750 स्प्रे स्तंभ लगाए हैं, जिन्हें दो स्टेशनों से पानी सप्लाई की जा रही है.छिड़काव किए जाने वाले ठंडे पानी की मात्रा 235 एम3 प्रति घंटा है. स्प्रे कॉलम मीना और जमरात क्षेत्रों में हज के दिनों में लगातार काम करेंगे.
 

रोड किनारे एयरकंडिशन

यही नहीं हज यात्रियों को लू के धपेड़े से बचाने के लिए सड़क किनारे  बड़े-बड़े एयरकंडीशन भी लगाए जा रहे हैं. एयर कंडीशनर की फिटिंग का काम अभी चल रहा है. इसके लिए सैकड़ों की संख्या में तकनीशियन तैनात किए गए हैं.

सड़क किनारे लगने वाले एयरकंडीशन की संख्या कितनी होगी और इसे कहां-कहां स्थापित किया जाएगा, इसके बारे में अभी विस्तृत जानकारी सर्वाजनिक नहीं की गई है. मगर इस वक्त ऐसे दर्जनों वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं, जिसमें एयर कंडीशन की फिटिंग का काम तेजी से चलते दिखाया गया है. इसके अलावा काबा और ग्रैंड और पैगंबर की मस्जिद को भी ठंडा रखने के लिए यहां पहले से चालू परियोजनाओं में सुधार किया गया है.

लू और गर्मी से बचने की सलाह

सऊदी अरब के वार्षिक हज में 20 लाख हज यात्रियों के शामिल होने का अनुमान है. आशंका है कि बढ़ता तापमान हज यात्रियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालेगा. स्थिति बिगड़ने पर यह महामारी का भी रूप ले सकता है. ऐसे में हज यात्रियों को गर्मियों के उच्च तापमान और आर्द्रता से निपटने के लिए कई आवश्यक सुझाव दिए गए हैं.  

दुबई स्थित इंटरनेशनल एसओएस की क्षेत्रीय चिकित्सा निदेशक डॉ. मैरी लुईस वैन ने इसके लिए सलाह जारी किया है. इसमें बताया गया है कि शरीर को स्वाभाविक रूप से लगभग 37 डिग्री सेंटीग्रेड (98.6 डिग्री फारेनहाइट) का निरंतर तापमान बनाए रखने के लिए डिजाइन किया गया है.

शरीर स्वचालित रूप से गर्मी के लाभ और हानि को संतुलित करता है. अगर यह प्रभावी रूप से ठंडा होने में असमर्थ है, तो आंतरिक ‘कोर’ तापमान खतरनाक स्तर तक बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है. विशेष रूप से छोटे बच्चे,शिशु, गर्भवती,स्तनपान कराने वाली माताएं बुजुर्ग और चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों को इससे बचने की जरूरत है. उनकी ओर से जारी जरूरी सलाह इस प्रकार है:-

  • - गर्मी की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए, हज यात्री पर्याप्त पानी का सेवन करें.
  • - कैफीन और शर्करा युक्त पेय पदार्थों के अत्यधिक सेवन से बचें.
  • - ढीले-ढाले, हल्के और  हल्के रंग के पोशाक पहनें.
  • -हज यात्री अपने सिर और चेहरे को टोपी या छाते से ढकें.
  • - सनस्क्रीन लगानाएं.
  • - नियमित रूप से ठंडी छायादार जगहों पर आराम करें .
  • - सीधे धूप में जाने से बचें. -खासकर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच के छायादार जगह पर रहें.
  • - ज्यादा थकान महसूस करें तो डॉक्टर से संपर्क करें.
  • -हीटस्ट्रोक से बचने के लिए हाइड्रेटेड रहने की आवश्यकता है.
  • - बोतलबंद पानी का उपयोग करें.
  • - फल और सब्जियों को अच्छी तरह से धोएं, मांस अच्छी तरह से पका कर खाएं
  • - गैर-पाश्चुरीकृत डेयरी आइटम से बचें.

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गर्मी से बचाने वाला गैजेट


रियाद में हज और उमरा चैरिटी एसोसिएशन ने हज के दौरान हज यात्रियों को हीटवेव से बचाने के लिए एक खास तरह का  पोर्टेबल एयर-कंडीशनिंग लांच किया है.रिपोर्टों के अनुसार, ये अत्याधुनिक पोर्टेबल एयर-कंडीशनर हज यात्रा के अनुभव में क्रांति लाने के लिए तैयार हैं.

एसोसिएशन के सीईओ इंजीनियर तुर्की अल-हतिर्शी ने इस अभिनव उत्पाद के बारे में बताया कि यह 360 डिग्री एयरफ्लो कवरेज के साथ त्वरित शीतलता प्रदान करता है. इस वर्ष हज यात्रियों के लिए इसे खास तौर से लांच किया गया है.

पोर्टेबल एयर-कंडीशनिंग इकाइयां मात्र 4 घंटे की चार्जिंग अवधि के साथ 12 घंटे तक काम करती हैं. इस स्मार्ट एयर-कंडीशनर में कूलिंग के साथ हीटिंग का भी विकल्प हैं. मक्का और मदीना में हज की रस्में करने के दौरान इसका इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल करते समय आप टहल और जॉगिंग भी कर सकते हैं.