आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने 13मई 2025को अपने मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण फेरबदल करते हुए अनीता आनंद को विदेश मंत्री नियुक्त किया है.यह नियुक्ति न केवल उनके राजनीतिक करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, बल्कि कनाडा के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना भी है, क्योंकि अनीता आनंद कनाडा की पहली हिंदू महिला विदेश मंत्री बनी हैं.
अनीता आनंद का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
अनीता आनंद का जन्म 20 मई 1967 को नोवा स्कोटिया प्रांत के केंटविले में हुआ था.उनके माता-पिता, सरोज डी राम और एसवी आनंद, भारतीय चिकित्सक थे. उनकी मां पंजाब से थीं और पिता तमिलनाडु से.उनके माता-पिता 1960 के दशक में कनाडा में बस गए थे.
अनीता ने 1985 में ओंटारियो में अपने परिवार के साथ बसने के बाद क्वींस विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की.इसके बाद, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की और डलहौजी विश्वविद्यालय और टोरंटो विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की.
राजनीतिक करियर
अनीता आनंद ने 2019में ओकविल (पूर्व) से कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.उन्होंने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पिछली सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया:
रक्षा मंत्री (2021-2023): उन्होंने कनाडाई सशस्त्र बलों में यौन उत्पीड़न की घटनाओं को संबोधित करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए और यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
खजाना बोर्ड की अध्यक्ष (2023-2024): सरकारी खर्च की समीक्षा की और छोटे व्यवसायों के लिए नियामक बोझ को कम करने के उपाय किए.
परिवहन मंत्री (2024-2025): रेल सुरक्षा में सुधार और हवाई यात्री संरक्षण नियमों को लागू किया।
उनकी नियुक्ति विदेश मंत्री के रूप में कनाडा की विदेश नीति में एक नया दृष्टिकोण लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
व्यक्तिगत जीवन और सांस्कृतिक पहचान
अनीता आनंद ने 1995में कनाडाई वकील और व्यवसायी जॉन नोल्टन से शादी की, और उनके चार बच्चे हैं.वे ओकविल, ओंटारियो में अपने परिवार के साथ रहती हैं.निजी जीवन में, अनीता आनंद हिंदू धर्म की अनुयायी हैं.जब उन्होंने विदेश मंत्री के रूप में शपथ ली, तो उनके हाथ में भगवद गीता थी, जो उनके सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को दर्शाता है.
ऐतिहासिक महत्व
अनीता आनंद की विदेश मंत्री के रूप में नियुक्ति कनाडा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.वे न केवल पहली हिंदू महिला विदेश मंत्री हैं, बल्कि कनाडा की पहली अल्पसंख्यक महिला मंत्री भी हैं.उनकी नियुक्ति से यह स्पष्ट होता है कि कनाडा की राजनीति में विविधता और समावेशिता को बढ़ावा दिया जा रहा है.
अनीता आनंद की विदेश मंत्री के रूप में नियुक्ति कनाडा की राजनीति में एक नया अध्याय है, जो विविधता, समावेशिता और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.