श्रीनगर एयरपोर्ट से शुरू होंगी हज 2025 की उड़ानें: भारत-पाक तनाव के बाद बड़ा कदम

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 13-05-2025
Haj 2025 flights to start from Srinagar Airport: A big step after Indo-Pak tension
Haj 2025 flights to start from Srinagar Airport: A big step after Indo-Pak tension

 

नई दिल्ली 

जम्मू-कश्मीर से हज यात्रा पर जाने वाले हजारों तीर्थयात्रियों के लिए राहत की खबर है. भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के कारण छह दिनों तक निलंबित रहीं उड़ान सेवाएं अब फिर से 13 मई से श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बहाल कर दी गई हैं. इसके साथ ही हज 2025 की महत्वपूर्ण उड़ानें भी अब तय कार्यक्रम के अनुसार 14 मई से दोबारा शुरू होने जा रही हैं.

यह निर्णय, भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ढांचों पर की गई सटीक जवाबी कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद लिया गया है, जिसमें भारत ने अपनी रक्षा नीति के तहत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लिया था.


 हवाई सेवाओं का फिर से शुरू होना: सामान्य स्थिति की ओर बड़ा संकेत

श्रीनगर एयरपोर्ट पर 13 मई दोपहर को पहली वाणिज्यिक उड़ान के उतरने की पुष्टि की गई है. यह घटना क्षेत्र में सामान्य स्थिति की बहाली का प्रतीक मानी जा रही है। यह बहाली उन हजारों हज यात्रियों के लिए बड़ी राहत है जिनकी उड़ानें भारत-पाक तनाव के चलते 7 मई से 12 मई के बीच रद्द कर दी गई थीं.


 हज 2025: 14 मई से शुरू होंगी उड़ानें

अधिकारियों के अनुसार, हज 2025 के लिए उड़ानें 14 मई 2025 से पुनः शुरू होंगी.

  • 14 और 15 मई को तीन उड़ानें तय कार्यक्रम के अनुसार रवाना होंगी.

  • जो सात उड़ानें पहले रद्द हुई थीं, उनके लिए नया कार्यक्रम जल्द जारी किया जाएगा.

इस वर्ष जम्मू और कश्मीर से 3,622 तीर्थयात्री और लद्दाख से 242 तीर्थयात्री पवित्र हज यात्रा पर सऊदी अरब जाएंगे.

श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को शुरू में 4 मई से 15 मई के बीच कुल 11 हज उड़ानों के संचालन की मंजूरी दी गई थी, जिनमें से कुछ उड़ानें भारत-पाक तनाव के चलते प्रभावित हुई थीं.

 4 मई को पहला जत्था रवाना

गौरतलब है कि पहला हज जत्था 4 मई को श्रीनगर से सऊदी अरब के लिए रवाना हो चुका था. इसके बाद, 7 मई को जब भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव बढ़ा, तो श्रीनगर एयरपोर्ट से सभी उड़ानें स्थगित कर दी गई थीं.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसका प्रभाव

भारत ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकी ठिकानों पर जवाबी सैन्य कार्रवाई की थी. इस ऑपरेशन के बाद भारत-पाक संबंधों में काफी तनाव बढ़ गया था, जिसका सीधा असर नागरिक उड़ानों पर पड़ा.

हालांकि, कुछ ही दिनों में दोनों देशों के बीच संघर्षविराम और कूटनीतिक बातचीत के बाद हवाई क्षेत्र को फिर से खोला गया और श्रीनगर एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन बहाल कर दिया गया.

 नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने फैसले का किया स्वागत

जम्मू-कश्मीर की प्रमुख राजनीतिक पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने श्रीनगर हवाई अड्डे से हज उड़ानों की बहाली का स्वागत किया है. पार्टी ने इसे राज्य के तीर्थयात्रियों के लिए एक सकारात्मक और राहत देने वाला कदम बताया.

 यात्रियों के लिए जरूरी सलाह

यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी संबंधित एयरलाइनों से नियमित रूप से संपर्क बनाए रखें और उड़ानों की समय-सारिणी या किसी संभावित बदलाव के बारे में अपडेट प्राप्त करते रहें.
स्थिति अभी पूरी तरह स्थिर नहीं है, इसलिए यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे हवाई अड्डे पर रवाना होने से पहले यात्रा से संबंधित नवीनतम जानकारी जरूर प्राप्त कर लें.

हज 2025 की उड़ानों का श्रीनगर हवाई अड्डे से फिर से शुरू होना न केवल तीर्थयात्रियों के लिए राहत की खबर है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद, शांति और सामान्य स्थिति की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.

यह विकास भारत की कुशल कूटनीति और सुरक्षा नीति का एक और उदाहरण है, जिसमें सैन्य कड़ी प्रतिक्रिया के साथ-साथ नागरिकों के हितों की रक्षा को भी समान महत्व दिया जा रहा है.

हज यात्रा पर जाने वाले हजारों मुसलमानों के लिए यह एक आध्यात्मिक और भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण यात्रा है. उड़ान संचालन की बहाली न केवल आस्था से जुड़ी राहत, बल्कि क्षेत्र में स्थिरता का संकेत भी है.