मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली
हिन्दुस्तान का दिल कहे जाने वाला वाला दिल्ली शहर, इन दिनों रमजान की रौनकों से जगमग हैं. पुरानी दिल्ली यानी शाहजहांनाबाद में इन दिनों बाजार की रौनक देखते बनती है. रंगीन रोशनी से दुकानें चकाचौंध हैं .बाजारों में खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है. पुरानी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
जामा मस्जिद के अब्दुल्ला गेट से दिल्ली गेट तक विभिन्न रेस्टोरेंट में खाने पीने, कपड़े खरीदने वालों की भीड़ शाम इफ्तार के बाद से सुबह पांच बजे तक लगी रहती है.यहां लोग दूर-दूर से पहुंच रहे हैं.
पुरानी दिल्ली की चमक देखते ही बनती है
पूरानी दिल्ली,विशेष कर जामा मस्जिद के आस पास के बाज़ारों की चमक देखते ही बनती है. बाज़ारों में इफ्तारी के बाद से घूमने-फिरने वालों और खरीदारों की भीड़ जुटने लगती है. बाजार मटिया महल को इलेक्ट्रिक लाइटिंग से सजाया गया है. चारों ओर रमजान मुबारक के बोर्ड और होर्डिंग लगाए गए हैं. रमजान में खजूर का विशेष महत्व है,इसलिए बाजार के मुख्य द्वार पर खजूर के दो आर्टिफिशियल पेड़ भी लगाए गए हैं.
ज्यादातर लोग बाजार मटिया महल केवल मुगलई ज़ायके का लुफ्त उठाने आते हैं. लेकिन बाजार में और भी कई दुकानदार हैं, जो अरसे से यहां अपनी दुकानें चला रहे हैं. जामा मस्जिद के सामने एक लिस्ट लगी है कि बाजार में और क्या क्या मिलता है? खाने पीने की दुकानें, कपड़ों, मेहंदी, शाही मुगलाई कुजीन, किराना, चूड़ी की दुकानें हैं. अंदर एक किलो मीटर तक दुकानें फैली हैं.
उर्दू बाजार में बढ़ गई है रौनक
बाब ए अब्दुल्ला के ठीक बगल में अंग्रेजी भाषा में रमजान मुबारक का बोर्ड लगा है,जो दूर से दिखता हैं. यहां लोग सेल्फी लेते हैं.रील्स बनाते हैं.इसके अलावा जामा मस्जिद के पास का मीना बाजार, जहां साल भर बाजार लगता है,इस माह में यहां भी रौकनें दोगुणा हो गई है. बाजार को पूरी तरह से लाइटों से सजाया गया है.
यहां लगाना पड़ता है लाइन
जामा मस्जिद के पास मौजूद इन रेस्टरों में भीड़ ज्यादा होने के कारण लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. होटल गुलजार, कश्मीरी ढाबा, अल निसार कबाब, कुरैशी कबाब, रफीक चिकन कॉर्नर, चिकन प्वाइंट, फिश प्वाइंट, लजीज कबाब, अलिफ, लालू कबाब, नाज़ तेंदूर, शरबत ए मोहब्बत जैसी जगहों पर लोगों की भीड़ लगी रहती हैं.
यहां पहुंच कर लोग स्वादिष्ट व्यंजन खाने से खुद को रोक नहीं पाते हैं. इसके अलावा सेवइयों, इत्र, कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखने लायक होती है.
रमजान में दुनियाभर से लोग जामा मस्जिद घूमने आते हैं
पहले लोग जामा मस्जिद चौक यानी एक नम्बर गेट के आस पास, उर्दू बाजार चौक से ही खा-पीकर, समान खरीद कर निकल जाते थे. लेकिन इस बोर्ड के लगने से लोगों ने अंदर भी घूमना शुरू किया है. यहां से देखने पर दूर तक लोगों की भीड़, लाइट की रोशनी देखने को मिलती हैं.
एक दुकानदार ने बताया कि रमजान में दुनियाभर से लोग जामा मस्जिद घूमने आते हैं. इसे ध्यान में रख कर बाजार को आकर्षक रूप दिया गया है. दुनियाभर में जिस तरह से रमजान के दिनों में बाजार सजाए जाते हैं, उसी तर्ज पर यहां भी डेकोरेशन की गई, लाइटिंग की गई है.
फोटो कैद करने से खुद को नहीं रोक पाते हैं लोग
शरबत ए मोहब्बत की दुकान चलाने वाले इमरान अरब वेशभूषा पहने हुआ है. वह लोगों की अपनी तरफ खींचते हैं. उन्होंने बताया कि इफ्तार के बाद लोग बाजार की तरफ पहुंच रहे हैं. दिनभर रोजा रखने के बाद रात में लोग दूर दूर से शरबत पीने पहुंच रहे हैं.
दो कदम आगे बढ़ने पर मोहब्बत का शरबत की दुकान है. जिसे नवाब कुरैशी चलाते है, यहां लोग लाइन लगा कर शरबत लेते हैं, फोटो खींचते हैं और वीडियो बनाते हैं. नवाब कुरशी अपने एक अंदाज में ग्राहकों को आकर्षित करते हैं. यहां लोग नवाब के मोबाइल में फोटो कैद करने से खुद को नहीं रोक पाते हैं.
बिहार के किशनगंज का रहने वाला हसीब कई सालों से मोमोज की दुकान चलाता है. उसने कहा कि जब से रमजान का महीना शुरू हुआ है यहां की तस्वीर बिल्कुल बदल गए हैं. हर तरफ लाइट लगे हुए है, दूर से देखने लायक है. ऐसा लगता है कि ये पुरानी दिल्ली की जगह नहीं बल्कि विदेश का कोई शहर है.