आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
विश्व चैंपियन भारतीय महिला मुक्केबाज निकहत जरीन अपने खिताब का बचाव कर पाएंगी? यह सवाल हर किसी के मन में है. थोड़ी देर बाद ही यह फैसला होने वाला है कि निकहत अपने खिताब का बचाव करने सफल होती हैं अथवा नहीं ?
निकहत नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रही महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई हैं, जहां उनका सामना रविवार शाम दो बार की एशियाई चैंपियन वियतनाम की ग्वेन थी से होगा. परफेक्ट लय में देखते हुए निकहत कहती हैं कि वह फिर से गोल्ड मेडल अपनी मां के गले में पहनना चाहंगी.
26 साल की निकहत जरीन 50 किलो वेट कैटेगरी में किस्मत आजमा रही हैं. निकहत जरीन मौजूदा वर्ल्ड चैंपियनशिप में लगातार 5 मैच जीत चुकी हैं. वह पहली बार किसी टूर्नामेंट में 6 मुकाबले लड़ रही हैं. निकहत फाइनल जीतने को लेकर काफी आश्वस्त हैं. उन्होंने कहा, मैं फाइनल के बारे में ज्यादा नहीं सोच रही हूं. मैं अपने बेसिक्स पर फोकस कर रहा हूं. मैं अपनी मां के सामने गोल्ड जीतना चाहता हूं और यह मेडल उनके गले में डालना चाहता हूं. वह पहली बार स्टेडियम में मैच देखने आई हैं.
निकहत ने क्वार्टर फाइनल की कहानी सुनाई
निकहत जरीन ने क्वार्टर फाइनल की कहानी भी याद की. जब बाउट खत्म हुई तो कुछ देर के लिए ऐसा लगा कि इस चैंपियनशिप में निकहत का सफर खत्म हो गया. हालांकि यह सब गलतफहमी थी. इस मैच को देखने के लिए उसकी मां भी स्टेडियम में खड़ी थी और ताली बजाकर अपनी बेटी का हौसला बढ़ा रही थी.
एक क्षण के लिए वह भी उदास हो गईं. निकहत ने कहा, रिंग में एक ही वक्त दो मैच चल रहे थे. जब मैच चल रहा था तो बॉक्सर ने उस रिंग की लाल जर्सी भी पहनी थी. मेरा प्रतिद्वंदी भी उसी रंग की जर्सी में थी. जब विजेता की घोषणा की गई और लाल जर्सी को बुलाया गया, तो वह यह सोचकर रिंग में कूद गई कि वह जीत गई है. ऐसे में मेरी मां को लगा कि मैं हार गई हूं. मैं भी शॉक्ड थी, लेकिन बाद में जब मुझे पता चला कि रिजल्ट दूसरे रिंग का है तो मेरी जान में जान आई.
भारत को दो गोल्ड मेडल मिले
भारत में तीसरी बार आयोजित महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में मेजबान टीम की मुक्केबाज ने अब तक 2 स्वर्ण पदक जीते हैं. नीतू गंगास और स्वीटी बोरा ने भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते. रविवार यानी आखिरी दिन 2 भारतीय मुक्केबाज फाइनल में उतरेगी. निकहत के अलावा ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लुलिना बोरगोआन भी अपना फाइनल खेलेगी.