नई दिल्ली
राजस्थान रॉयल्स ने युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी की 33 गेंदों में खेली गई शानदार 57 रन की पारी के दम पर मंगलवार को आईपीएल 2025 के अपने आखिरी मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स को 6 विकेट से हराकर टूर्नामेंट से विजयी विदाई ली.
188 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल्स ने 17.1 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. इस जीत के बाद राजस्थान 13 मैचों में आठ अंकों के साथ अंक तालिका में नौवें स्थान पर रहा.
वहीं, चेन्नई 12 मैचों में समान आठ अंकों के साथ सबसे नीचे है और टूर्नामेंट में बने रहने के लिए उसे अब अपने आखिरी मुकाबले में गुजरात टाइटंस को बड़े अंतर से हराना होगा.
कोच राहुल द्रविड़ की खोज रहे मात्र 14 वर्ष और 54 दिन के वैभव सूर्यवंशी ने अरुण जेटली स्टेडियम में धोनी समर्थकों से खचाखच भरे माहौल में साहसिक बल्लेबाज़ी कर यह स्पष्ट संकेत दे दिया कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है.
उल्लेखनीय है कि जब भारत ने 2011 में विश्व कप जीता था, तब सूर्यवंशी मात्र पांच दिन के थे.सूर्यवंशी ने कप्तान संजू सैमसन (41 रन, 31 गेंद) के साथ मिलकर 98 रनों की साझेदारी की, जिसने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया.
यशस्वी जायसवाल ने भी तेज़ 36 रन (19 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) बनाकर टीम को आक्रामक शुरुआत दी थी.हालाँकि रविचंद्रन अश्विन ने 14वें ओवर में सैमसन और सूर्यवंशी को आउट कर मुकाबले में रोमांच ला दिया, लेकिन ध्रुव जुरेल (12 गेंद, 31 रन) और शिमरोन हेटमायेर (5 गेंद, 12 रन) ने संयम और आक्रामकता के मिश्रण से लक्ष्य को सहजता से पूरा किया.
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही। स्कोरबोर्ड पर मात्र 12 रन थे और दोनों सलामी बल्लेबाज आउट हो चुके थे. युधवीर सिंह ने डेवोन कॉनवे (10) को मिडऑफ पर कैच आउट करवाया और उर्विल पटेल को शानदार कैच के जरिए बिना खाता खोले पवेलियन भेजा.
इसके बाद युवा आयुष म्हात्रे (20 गेंद, 43 रन) और अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (13 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 56 रनों की तेज साझेदारी कर पारी को संभाला। म्हात्रे ने आकर्षक स्ट्रोक्स के साथ एक ओर से रनगति बनाए रखी और मफाका तथा देशपांडे की गेंदों पर लगातार बाउंड्रीज़ लगाईं.
ब्रेविस (42 रन, 25 गेंद) और शिवम दुबे (39 रन, 32 गेंद) ने भी उपयोगी पारियां खेलीं, जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने 17 गेंदों में 16 रन बनाते हुए अपना 350वां टी20 छक्का लगाया। हालांकि वे आखिरी ओवर में मधवाल की गेंद पर आउट हो गए.
चेन्नई 20 ओवर में 8 विकेट पर 187 रन ही बना सकी। राजस्थान के लिए युधवीर सिंह ने 4 ओवर में 47 रन देकर और आकाश मधवाल ने 29 रन देकर तीन-तीन विकेट झटके.
धोनी और दुबे जब क्रीज़ पर थे, तब चेन्नई की उम्मीदें 200 के पार स्कोर पहुंचाने की थीं, लेकिन मधवाल ने दोनों को आउट कर इन उम्मीदों को तोड़ दिया। अंतिम ओवर में पहले दुबे को यशस्वी जायसवाल के हाथों कैच आउट कराया और फिर धोनी को रवाना कर दिया.
इस हार के साथ चेन्नई की प्लेऑफ की संभावनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं. अब उनकी आखिरी उम्मीद अगले मैच में गुजरात को बड़े अंतर से हराने पर टिकी है.