ब्लू टाइग्रेसेज़ के शानदार प्रदर्शन पर AIFF ने की इनाम की घोषणा

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 07-07-2025
AIFF announces reward for the outstanding performance of Blue Tigresses
AIFF announces reward for the outstanding performance of Blue Tigresses

 

नई दिल्ली

ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने AFC विमेंस एशियन कप क्वालिफायर्स में शानदार प्रदर्शन करने वाली सीनियर भारतीय महिला फुटबॉल टीम के लिए 50,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 42 लाख रुपये) के इनाम की घोषणा की है। यह घोषणा रविवार को थाईलैंड में खेले गए अंतिम मुकाबले के बाद की गई, जिसमें भारतीय टीम ने अपने सभी मैच जीतकर ग्रुप टॉप किया।

ब्लू टाइग्रेसेज़ ने मंगोलिया को 13-0, तिमोर लेस्ते को 4-0, इराक को 5-0 से हराया और फिर मेज़बान थाईलैंड जैसी उच्च रैंकिंग वाली टीम को 2-1 से मात दी।

हालांकि मैदान पर ये जीतें आसान दिखीं, लेकिन इनके पीछे वर्षों की सुनियोजित तैयारी और विकासात्मक प्रयास छिपे थे। यह सफलता किसी शॉर्टकट का नतीजा नहीं, बल्कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण और संरचित प्रशिक्षण का परिणाम है।

AIFF ने हाल के वर्षों में भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के साथ मिलकर महिला फुटबॉल के जमीनी और युवा स्तर के ढांचे को मज़बूत करने की कई पहल की हैं।

ASMITA विमेंस फुटबॉल लीग एक ऐसी ही पहल है, जिसके तहत 2023 से 2025 के बीच देशभर में अंडर-13, अंडर-15 और अंडर-17 स्तर पर 155 लीग सफलतापूर्वक आयोजित की गईं। 2023-24 में 6,305 जूनियर खिलाड़ियों ने भाग लिया, जो 2024-25 में बढ़कर 8,658 हो गया।

इन प्रयासों का असर यह हुआ कि भारत में पंजीकृत महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की संख्या में पिछले एक साल में 232% की वृद्धि दर्ज की गई है।

AFC क्वालिफायर्स की तैयारी के लिए भारतीय महिला टीम ने 53 दिन का राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर किया, जिसमें बेंगलुरु में लोकल प्रैक्टिस मैचों के अलावा उज़्बेकिस्तान के खिलाफ दो फीफा अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच भी खेले, जो खुद भी एशियन कप के लिए क्वालिफाई कर चुकी है।

AIFF अब आगामी AFC विमेंस एशियन कप 2026 (मार्च 2026, ऑस्ट्रेलिया) के लिए भी पूरी तैयारी में जुटी है। फेडरेशन खिलाड़ियों के लिए लंबी अवधि के ट्रेनिंग कैंप्स, अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैचों और बेहतरीन एक्सपोजर की योजना बना रहा है।

AIFF का लक्ष्य सिर्फ खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करना नहीं है, बल्कि उन्हें एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खेलने के काबिल बनाना है। इसके लिए फेडरेशन अंतरराष्ट्रीय स्तर की टीमों के साथ अभ्यास मैच कराने की संभावनाएं भी तलाश रहा है।