एमएस धोनी ने मनाया 44वां जन्मदिन: जानिए शानदार करियर, उपलब्धियां और रिकॉर्ड्स

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 07-07-2025
MS Dhoni celebrates 44th birthday: Know about his amazing career, achievements and records
MS Dhoni celebrates 44th birthday: Know about his amazing career, achievements and records

 

नई दिल्ली

'थाला', कप्तान, आइकन, लीजेंड, ट्रॉफी कलेक्टर और ICC हॉल ऑफ फेमर — महेंद्र सिंह धोनी आज 44 साल के हो गए। हर संभव ट्रॉफी अपने नाम करने वाले इस भारतीय क्रिकेटर को दुनिया भर में सम्मान और प्यार मिलता है। धोनी न सिर्फ एक खिलाड़ी हैं, बल्कि वे एक युग हैं।

2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले धोनी ने अपनी कप्तानी, ठंडे दिमाग और बेमिसाल रणनीति से वह मुकाम हासिल किया जिसे हर खिलाड़ी सपना मानता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ उनके योगदान ने उन्हें भारत का सबसे प्रिय बेटा बना दिया है। अपने राज्य झारखंड और देश को उन्होंने जो दिया, वह अविस्मरणीय है।

धोनी के आँकड़े जो इतिहास में दर्ज हो चुके हैं

धोनी ने भारत के लिए 538 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिनमें उन्होंने 17,266 रन बनाए और विकेटकीपर के तौर पर 829 शिकार किए। वह दुनिया के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं और एक क्रांतिकारी भी।

ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट के बाद, धोनी ऐसे पहले विकेटकीपर-बल्लेबाज़ों में से थे जिन्होंने यह साबित किया कि विकेटकीपर भी शानदार बल्लेबाज़ हो सकते हैं। जब एक विकेटकीपर से सिर्फ कैच और स्टंपिंग की अपेक्षा की जाती थी, तब धोनी ने बल्लेबाज़ी में निरंतरता और भूख के साथ एक नया मानदंड स्थापित किया।

युवराज सिंह और सुरेश रैना के साथ मिलकर उन्होंने भारत के मध्यक्रम को मजबूती दी।

वनडे में धोनी का दबदबा

धोनी का सबसे सफल फॉर्मेट वनडे रहा। उन्होंने 350 वनडे में 10,773 रन बनाए, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 183* है। वे भारत के लिए वनडे में छठे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। खास बात ये है कि उन्होंने अधिकतर पारियां नीचे के क्रम में खेलीं और फिर भी 50.57 की औसत से 10,000+ रन बनाए।

धोनी ने भारत के लिए 200 वनडे मैचों में कप्तानी की, जिनमें से 110 में जीत हासिल की। उनकी जीत प्रतिशत 55 रही। कप्तान के रूप में उन्होंने भारत को 2011 में विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताई।

टी20 में भी 'माही' का जलवा

भारत के लिए 98 टी20 मैचों में 1,617 रन, औसत 37.60 और स्ट्राइक रेट 126.13। उनके नाम दो अर्धशतक हैं। 2007 का टी20 वर्ल्ड कप भी उनके नेतृत्व में भारत ने जीता। उन्होंने 72 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की, जिनमें 41 में जीत मिली। उनकी जीत प्रतिशत 56.94 रही।

टेस्ट में भी कीर्तिमान

धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले और 4,876 रन बनाए, जिनमें 6 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर 224 रहा। वह टेस्ट में भारत के 14वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।

उन्होंने 60 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिनमें 27 में जीत और 18 में हार मिली। वे भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पर ले गए। धोनी इकलौते भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दो बार (2010-11 और 2012-13) क्लीन स्वीप किया।

आईपीएल में धोनी का दबदबा

धोनी आईपीएल इतिहास के छठे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। 278 मैचों में उन्होंने 5,439 रन बनाए, जिसमें 24 अर्धशतक और 137 से ऊपर का स्ट्राइक रेट शामिल है। उन्होंने CSK के साथ 5 आईपीएल खिताब और 2 चैंपियंस लीग टी20 ट्रॉफियां जीतीं। ‘थाला’ के नाम से मशहूर धोनी की एक झलक पाने के लिए स्टेडियमों में भीड़ उमड़ती है।

धोनी: एक प्रेरणा, एक युग

जब धोनी 2004 में राष्ट्रीय टीम में आए थे, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह 23 वर्षीय युवा इतना कुछ हासिल करेगा। उनके तेज़ स्टंपिंग, बड़े-बड़े छक्के और 'हेलीकॉप्टर शॉट' आज भी फैंस की पसंद बने हुए हैं और आने वाली पीढ़ियां भी उन्हें याद रखेंगी।

जन्मदिन मुबारक हो, माही!

आज जब वह 44वें साल में प्रवेश कर रहे हैं, पूरा भारत और क्रिकेट जगत उन्हें सलाम कर रहा है — एक ऐसे कप्तान को जिसने सिर्फ ट्रॉफियां नहीं जीतीं, बल्कि करोड़ों दिलों पर राज किया।