नई दिल्ली
सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा को सूचित किया कि देश के पैरा-एथलीटों को सामान्य खिलाड़ियों के समान सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और उनकी विशेष जरूरतों का भी समुचित ध्यान रखा जा रहा है।
खेल और युवा मामले के मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने एक लिखित उत्तर में बताया कि ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना’ (टीओपीएस) के अंतर्गत 52 पैरा-एथलीटों को प्रशिक्षण और खेल उपकरणों की सुविधा दी जा रही है। ये सुविधाएं पैरा-एथलेटिक्स, पैरा-आर्चरी, पैरा-बैडमिंटन, पैरा-शूटिंग, पैरा-कैनो, पैरा-पावरलिफ्टिंग और पैरा-टेबल टेनिस जैसे खेलों में दी जा रही हैं।
मंत्री ने बताया कि गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) के अंतर्गत एक विशेष पैरा खेल केंद्र संचालित किया जा रहा है, जहां पैरा-एथलीटों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि गांधीनगर के अलावा देश के अन्य राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में भी विभिन्न खेलों के लिए पैरा-एथलीटों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) द्वारा संचालित इन केंद्रों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए आवश्यक सभी उपकरण उपलब्ध कराए जाते हैं।