एथेंस
भारत की युवा पहलवानों ने अंडर-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को गौरवान्वित किया है। 43 किलोग्राम वर्ग में रचना और 65 किलोग्राम वर्ग में अश्विनी विश्नोई ने स्वर्ण पदक जीतकर विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया, जबकि 57 किलोग्राम वर्ग में मोनी को फाइनल में करीबी हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
रचना ने फाइनल में चीन की शिन हुआंग को दमदार मुकाबले में 3-0 से शिकस्त दी, वहीं अश्विनी ने उज्बेकिस्तान की मुखय्यो राखिमजोनोवा को भी 3-0 के स्कोर से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
दूसरी ओर, मोनी का मुकाबला बेहद रोमांचक रहा लेकिन उन्हें कजाकिस्तान की मदखिया उस्मानोवा से 5-6 की करीबी हार झेलनी पड़ी, जिसके चलते उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
कोमल वर्मा ने भी देश के लिए पदक तालिका में योगदान देते हुए 49 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया। उन्होंने एनहेलिना बुर्किना को 8-3 से हराकर पोडियम पर जगह बनाई।
इसके अलावा भारत की दो और पहलवान—यशिता (61 किग्रा) और काजल (73 किग्रा)—अब खिताबी मुकाबलों में उतरेंगी, जिससे भारत को और पदक मिलने की उम्मीद है। वहीं मनीषा (69 किग्रा) कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करेंगी।
हालांकि, हर भारतीय पहलवान पोडियम तक नहीं पहुंच सका। प्रीति यादव (40 किग्रा) और कशिश गुर्जर (46 किग्रा) क्रमशः मैसी अन्ना क्लेयर इलियट और जैकलिन रोज़ बुज़ाकिस से हारकर क्वार्टर फाइनल में बाहर हो गईं।
इसी तरह, सारिका (53 किग्रा) को जापान की रियोन ओगावा के हाथों हार का सामना करना पड़ा और वह भी क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सकीं।कुल मिलाकर, भारतीय बालिका पहलवानों का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा और आगे भी पदकों की संख्या बढ़ने की पूरी संभावना है।