क्या शाकिब अल हसन की राष्ट्रीय टीम में वापसी की राह खुल रही है?

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 26-12-2025
Is the path opening up for Shakib Al Hasan's return to the national team
Is the path opening up for Shakib Al Hasan's return to the national team

 

ढाका।

बांग्लादेश क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में शुमार शाकिब अल हसन पिछले एक साल से अधिक समय से देश से बाहर हैं और इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए कोई भी मुकाबला नहीं खेला है। उनके खिलाफ बांग्लादेश की अदालतों में दर्ज कई मामलों और बदले हुए राजनीतिक हालात के कारण उनका अंतरराष्ट्रीय करियर ठहराव की स्थिति में आ गया है। इसके बावजूद, शाकिब ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में यह संकेत दिया कि उनके भीतर अब भी बांग्लादेश की जर्सी पहनने की इच्छा और उम्मीद जिंदा है।

शाकिब की संभावित वापसी को लेकर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के मीडिया कमेटी अध्यक्ष अमजद हुसैन ने अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शाकिब की फिटनेस और मौजूदा शारीरिक स्थिति को देखते हुए यह माना जा सकता है कि वह अभी कई वर्षों तक क्रिकेट खेल सकते हैं। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि शाकिब को राष्ट्रीय टीम में मौका मिलेगा या नहीं, यह पूरी तरह चयन समिति का फैसला होगा।

अमजद हुसैन ने कहा, “शाकिब अल हसन की वापसी उनकी फॉर्म और फिटनेस पर निर्भर करेगी। फिलहाल वह न तो देश में हैं और न ही चयन के लिए उपलब्ध हैं। लेकिन अगर वह भविष्य में लौटते हैं और उनकी फिटनेस व प्रदर्शन संतोषजनक रहता है, तो वह लंबे समय तक खेल सकते हैं। ऐसी स्थिति में चयनकर्ता भी उन्हें टीम में शामिल करने पर विचार कर सकते हैं।”

शाकिब केवल क्रिकेटर ही नहीं रहे हैं, बल्कि वह भंग हो चुकी अवामी लीग के निर्वाचित सांसद भी रह चुके हैं। उनके राजनीतिक जुड़ाव का सीधा असर उनके क्रिकेट करियर पर भी पड़ा है। हालांकि, इस विषय पर अमजद हुसैन ने स्पष्ट रूप से कहा कि क्रिकेट को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “क्रिकेट हर बांग्लादेशी का खेल है, चाहे उसकी राजनीतिक पहचान कुछ भी हो। बांग्लादेशी क्रिकेट आज जिस मुकाम पर है, वह इसलिए है क्योंकि यह खेल राजनीतिक रूप से तटस्थ रहा है। मेरा मानना है कि क्रिकेट के विकास में सभी का योगदान होगा। हम अल्लाह की मर्जी से यहां तक पहुंचे हैं और अगर उनकी इच्छा रही, तो आगे भी प्रगति करते रहेंगे।”

कुल मिलाकर, शाकिब अल हसन की वापसी के दरवाज़े पूरी तरह बंद नहीं हुए हैं। लेकिन यह साफ है कि उनकी वापसी न तो आसान होगी और न ही भावनाओं के आधार पर तय होगी। फिटनेस, फॉर्म और चयन समिति का फैसला—यही तीन कसौटियां तय करेंगी कि बांग्लादेश क्रिकेट का यह दिग्गज खिलाड़ी एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में लौट पाएगा या नहीं।