आवाज़ द वॉयस | हैदराबाद
मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) ने एक बार फिर अपनी सांस्कृतिक उत्कृष्टता का लोहा मनवाते हुए दक्षिण क्षेत्र युवा महोत्सव में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़ (एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़–AIU) द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठित महोत्सव में MANUU के सांस्कृतिक गतिविधि केंद्र (Cultural Activity Centre) के छात्रों ने बहुआयामी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए कई श्रेणियों में पुरस्कार अपने नाम किए।
इस महोत्सव में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी और लक्षद्वीप की प्रमुख विश्वविद्यालयों की टीमों ने हिस्सा लिया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच MANUU के छात्रों ने न केवल अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि यह साबित किया कि विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक परंपरा राष्ट्रीय स्तर पर लगातार मजबूत हो रही है।
AIU द्वारा आयोजित जोनल यूथ फेस्टिवल में विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष पांच विश्वविद्यालयों को सम्मानित किया जाता है, जबकि प्रत्येक श्रेणी में शीर्ष तीन विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलता है। इस दृष्टि से MANUU के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि विश्वविद्यालय की माइम टीम का चयन नेशनल यूथ फेस्टिवल के लिए किया गया। इसे विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक इतिहास में एक गौरवपूर्ण क्षण के रूप में देखा जा रहा है।
माइम श्रेणी में MANUU की टीम ने प्रथम पुरस्कार हासिल कर सभी का ध्यान आकर्षित किया। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने थिएटर श्रेणी में ओवरऑल सेकंड रनर-अप का स्थान प्राप्त किया, जो सामूहिक प्रदर्शन की मजबूती को दर्शाता है। थिएटर टीम ने माइम में पहला स्थान पाने के अलावा वन-एक्ट प्ले श्रेणी में पांचवां पुरस्कार भी हासिल किया।

साहित्यिक गतिविधियों में भी MANUU के छात्रों ने सराहनीय प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय की लिटरेरी टीम ने हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता में पांचवां स्थान प्राप्त किया, जबकि फाइन आर्ट्स टीम को कार्टूनिंग श्रेणी में पांचवां पुरस्कार मिला। इन उपलब्धियों ने यह साबित किया कि MANUU के छात्र केवल एक विधा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि कला, रंगमंच, साहित्य और दृश्य कला—सभी क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रहे हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने विजेता छात्रों और प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इतने प्रतिस्पर्धी मंच पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना MANUU की शैक्षणिक और सांस्कृतिक गुणवत्ता को दर्शाता है। रजिस्ट्रार प्रो. एस. के. इश्तियाक अहमद ने भी छात्रों की सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए इसे विश्वविद्यालय के जीवंत सांस्कृतिक वातावरण का प्रमाण बताया।
डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (DSW) प्रो. सिद्दीक मोहम्मद महमूद ने कहा कि इस तरह की उपलब्धियां MANUU के छात्रों में आत्मविश्वास, अनुशासन और रचनात्मक उत्कृष्टता को दर्शाती हैं। वहीं, पूर्व DSW प्रो. सैयद आलिम अशरफ जैसी ने इस सफलता को निरंतर मार्गदर्शन, टीमवर्क और संस्थागत सहयोग का परिणाम बताया।
सांस्कृतिक समन्वयक मिराज अहमद ने इस सफलता का श्रेय छात्रों और प्रशिक्षकों की अथक मेहनत को दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सांस्कृतिक गतिविधि केंद्र भविष्य में भी प्रतिभाओं को निखारने और राष्ट्रीय मंच पर MANUU की सशक्त उपस्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस उपलब्धि के बाद पूरे विश्वविद्यालय परिसर में उत्साह का माहौल है। शिक्षक, छात्र और कर्मचारी इसे MANUU के सांस्कृतिक सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मान रहे हैं, जो यह संकेत देता है कि विश्वविद्यालय न केवल अकादमिक क्षेत्र में, बल्कि राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंच पर भी लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।






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