गुरुग्राम
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष पद के चुनाव में मौजूदा अध्यक्ष अजय सिंह ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए लगातार तीसरी बार यह जिम्मेदारी संभाल ली। गुरुवार को हुए चुनाव में उन्होंने जसलाल प्रधान को 40-26 मतों से हराया।
छह महीने से अधिक समय से कानूनी विवादों के चलते स्थगित रहे ये चुनाव आखिरकार निर्वाचन अधिकारी राजेश टंडन और बीएफआई की अंतरिम समिति के प्रमुख, सिंगापुर के फैरूज मोहम्मद की निगरानी में सम्पन्न हुए। विश्व मुक्केबाजी ने उन्हें चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
हालांकि, विश्व मुक्केबाजी के अध्यक्ष बोरिस वान डेर वोर्स्ट और महासचिव माइक मैकएटी इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सके। खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ ने भी कोई पर्यवेक्षक नहीं भेजा।
महासंघ के नए महासचिव प्रमोद कुमार (उत्तर प्रदेश) बने, जिन्होंने असम के हेमंता कलीता की जगह ली।
तमिलनाडु के पोन भास्करन कोषाध्यक्ष चुने गए। उन्होंने त्रिकोणीय मुकाबले में 28 मत पाकर अनिल कुमार बोहिदार और आर. गोपू को मात दी।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने चुनाव की वैधता पर सुनवाई की अगली तारीख 23 सितंबर तय की है। कई राज्य इकाइयों ने बीएफआई की अंतरिम समिति द्वारा किए गए संवैधानिक संशोधनों को चुनौती दी है।
जीत के बाद उत्साहित अजय सिंह ने कहा, “मुझे खुशी है कि हम वह अच्छा काम जारी रख सकेंगे, जो बीएफआई पिछले आठ सालों से कर रहा है। भारत की विश्व रैंकिंग आठ साल पहले 44 थी, जो अब चौथे स्थान पर है। यह हमारे मुक्केबाजों की मेहनत और प्रदर्शन का परिणाम है।”
अजय सिंह पहली बार 2016 में बीएफआई अध्यक्ष बने थे और तब से लगातार इस पद पर अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।