श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने रविवार को जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर स्थित सूफी संत बाबा जैनुद्दीन रिशी (RA) की ज़ियारत में दर्शन और श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन सैयद दरख़शान अंद्राबी भी मौजूद रहीं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक प्रो. शाहिद अख्तर भी आरएसएस नेता के साथ रहे। सभी ने दरगाह में जाकर मानवता की भलाई के लिए प्रार्थना की।
मीडिया से बात करते हुए इंद्रेश कुमार ने दरगाह में किए गए विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “ये दरगाहें प्रेम, भाईचारे और सौहार्द के प्रतीक हैं। डॉ. दरख़शान के नेतृत्व में इन आध्यात्मिक स्थलों का विकास देखकर खुशी हुई।”
इंद्रेश कुमार ने आगे कहा, “जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुट है और भारत विश्व का मुकुट है। ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा’ यथार्थ है, क्योंकि यह देश सभी धर्मों का समान अधिकार रखता है। ऐसे पवित्र स्थलों पर हमारा लक्ष्य केवल भाईचारा, सौहार्द और शांति है।”
उन्होंने यह भी कहा कि सभी मिलकर यहाँ स्थायी शांति, समृद्धि और भाईचारे का युग पुनर्स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
सैयद दरख़शान अंद्राबी ने इंद्रेश कुमार के दौरे के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और देश भर में मुस्लिम समुदायों की भलाई के लिए उनके योगदान की प्रशंसा की। इस दौरान बोर्ड सदस्य सैयद मोहम्मद हुसैन और कार्यकारी मजिस्ट्रेट इश्तियाक मोहियुद्दीन भी उपस्थित थे।