Rain in Dehradun dampened the spirit of Dussehra celebrations, but the enthusiasm remained unchanged.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
देहरादून में बृहस्पतिवार शाम हुई भारी बारिश ने दशहरा उत्सव का रंग फीका कर दिया, लेकिन इससे लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी जो उसके रूकने के इंतजार में वहीं डटे रहे .
करीब एक घंटे हुई तेज बारिश से तरबतर परेड ग्राउंड में मौजूद रहकर हजारों लोगों ने पानी से भीगे रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों को जलते हुए देखा। भीगा होने के कारण रावण का पुतला पूरी तरह से जल भी नहीं सका.
शाम पांच बजे से कुछ पहले शुरू हुई बारिश से मैदान पर जमा भीड़ में अफरा-तफरी मच गयी जो कुर्सियों को सिर पर उलटा करके और प्लास्टिक की पन्नियों को ओढ़कर उसके रूकने का इंतजार करते रहे.
बारिश ने रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों के साथ ही वहां बनाई गयी लंका को भी खराब कर दिया। परेड ग्राउंड में खाने-पीने और खिलौने की ठेलियां लगाने वाले भी बारिश से मायूस हो गए। गोल-गप्पे और चाट की ठेली लगाने वाले विक्रेता सोहेल ने कहा, ‘‘हमें आज अच्छी कमाई की उम्मीद थी लेकिन बारिश ने सब चौपट कर दिया.