आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
हज या उम्रा के लिए सऊदी अरब जाने वाले यात्रियों के लिए अब एक महत्वपूर्ण सुरक्षा नियम लागू हो गया है, जिसका पालन करना सभी को अनिवार्य होगा. इस महीने की शुरुआत से, सऊदी अरब ने हवाई जहाज में यात्रा के दौरान पावर बैंक (पोर्टेबल चार्जर) के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह नियम केवल हज या उम्रा यात्रियों पर ही नहीं, बल्कि सऊदी अरब जाने वाली या वहाँ से किसी अन्य गंतव्य के लिए उड़ान भरने वाली सभी उड़ानों पर लागू होगा.
इन नए नियमों के तहत, यात्री अब अपने पावर बैंक को केवल हैंड बैगेज में ही ले जा सकेंगे, लेकिन उड़ान के दौरान इनका उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा. इसके साथ ही, यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि पावर बैंक उनकी सीट के आस-पास सुलभ स्थान पर रखा हो, ताकि किसी आपात स्थिति में केबिन क्रू तत्काल कार्रवाई कर सके.
लिथियम बैटरी: सुरक्षा के लिए बढ़ता खतरा
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब लिथियम बैटरी से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी एयरलाइनों और विमानन सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है. पावर बैंक, जो आमतौर पर लिथियम-आयन या लिथियम-पॉलीमर बैटरियों पर चलते हैं, यदि क्षतिग्रस्त हो जाएं या ओवरचार्ज हों, तो थर्मल रनअवे नामक प्रक्रिया को जन्म दे सकते हैं. इस प्रक्रिया में बैटरी अत्यधिक गर्म होकर आग या विस्फोट का कारण भी बन सकती है.
पिछले कुछ वर्षों में, दुनिया भर में उड़ानों के दौरान ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहाँ ओवरहीटेड पावर बैंक या अन्य लिथियम-आधारित उपकरणों ने केबिन में धुआं, जलन या छोटी आग पैदा की. हालाँकि केबिन क्रू ने अधिकतर स्थितियों को नियंत्रित किया, लेकिन इस जोखिम को पूरी तरह खत्म करने के लिए नई गाइडलाइन अनिवार्य हो गई थी.
यात्रियों के लिए आवश्यक बदलाव और एयरलाइन की प्राथमिकता
एमिरेट्स एयरलाइन (जिसने यह नियम लागू किया है) ने स्पष्ट किया है कि विमान हवा में होने पर यात्री अपने मोबाइल या लैपटॉप को पावर बैंक से चार्ज नहीं कर पाएंगे. हालाँकि, पावर बैंक को केबिन बैगेज में ले जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है.
बशर्ते वह निर्धारित सीमाओं के भीतर हो. एयरलाइन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे पावर बैंक को अपनी सीट के नीचे या ऊपर केबिन में ऐसी जगह रखें जहाँ वह आसानी से नज़र आ सके और जरूरत पड़ने पर तुरंत निकाला जा सके. पावर बैंक को हैंडबैग या बैकपैक के अंदर गहराई में रखना हतोत्साहित किया जा रहा है.
एमिरेट्स ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि "यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च परिचालन प्राथमिकता है." पावर बैंक के उपयोग से जुड़े जोखिमों को ध्यान में रखते हुए यह कदम सुरक्षित उड़ान अनुभव देने के लिए उठाया गया है.
यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए एयरलाइन ने पहले ही हर सीट पर बिल्ट-इन चार्जिंग पोर्ट उपलब्ध करवा दिए हैं, जिससे यात्री बिना किसी बाहरी पावर स्रोत के अपने डिवाइस चार्ज कर सकें.
अंतरराष्ट्रीय चेतावनियाँ
यह बदलाव केवल एमिरेट्स की पहल नहीं है. IATA (इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन) और ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइज़ेशन) जैसे अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन संगठनों ने भी लिथियम बैटरियों को लेकर सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं. इन संस्थाओं ने बार-बार चेतावनी दी है कि बिना निगरानी के रखे गए या इस्तेमाल किए जा रहे लिथियम उपकरण विमानों में संभावित अग्नि जोखिम पैदा कर सकते हैं.
यात्रियों को ये कदम उठाने चाहिए
पावर बैंक साथ ले जाएं, लेकिन इस्तेमाल न करें; इसे हैंड बैगेज में रखें, चेक-इन बैग में नहीं. विमान में बैठने के बाद केबिन क्रू को पावर बैंक की लोकेशन की जानकारी होनी चाहिए. यदि पावर बैंक गर्म हो रहा हो, अजीब गंध आ रही हो, या सूजन दिख रही हो, तो तुरंत केबिन क्रू को सूचित करें.
एमिरेट्स की यह नई गाइडलाइन सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. संभावना है कि अन्य अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस भी जल्द ही इसी तरह के सख्त नियम लागू करेंगी, इसलिए यात्रियों को हर एयरलाइन की नीतियों की जानकारी उड़ान से पहले लेनी चाहिए.